गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही

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जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है, और इसे जिला बनाने राजपत्र में प्रकाशन 3 जुलाई 1998 में ही हो गया था। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 10 फरवरी 2020 को छत्तीसगढ़ के 28 वें जिले के रूप में अस्तित्व में आया। जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही उत्तर दिशा में ग्राम घुम्माटोला उत्तरी अक्षांश 22°52’17” एवं 81°50’31” पूर्व देशांतर से दक्षिण दिशा में ग्राम डांडजमड़ी उत्तरी अक्षांश 22°33’15” एवं 82°9’22” पूर्व देशांतर तक स्थित है एवं पूर्व दिशा में ग्राम आमगांव उत्तरी अक्षांश 22°38’41” एवं 82°13’17” पूर्व देशांतर से पश्चिम दिशा में ग्राम आमाडोब उत्तरी अक्षांश 22°37’17” एवं 81°44’7″ पूर्व देशांतर तक स्थित है।

जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, उत्तर में तहसील मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया छत्तीसगढ़, दक्षिण में तहसील कोटा जिला बिलासपुर एवं तहसील लोरमी जिला मुंगेली छत्तीसगढ़, पूर्व में तहसील कटघोरा जिला कोरबा छत्तीसगढ़, पश्चिम में तहसील सोहागपुर एवं पुष्पराजगढ़ जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश से घिरा हुआ है । जिला मुख्यालय "गौरेला" गुरुकुल परिसर गौरेला पेंड्रारोड में स्थित है। जिले का क्षेत्रफल 2307.39 वर्ग किलोमीटर है। जिले की कुल जनसंख्या लगभग 336420 है। (स्त्रोत- जनगणना 2011)। वर्तमान में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 3 तहसील,3 ब्लॉक और 223 गांव शामिल हैं।