गुरु गद्दी

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गुरु-दा-गद्दी हर 3 नवंबर को आयोजित किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण सिख धार्मिक आयोजन है। जब दसवें और अंतिम सिख गुरु ने कहा कि 'अगला गुरु पवित्र सिख ग्रंथ' गुरु ग्रंथ साहिब होगा, उसी घटना पर यह आयोजन किया जाता है। गुरु गोबिंद सिंह ने घोषणा की कि गुरु ग्रंथ साहिब उसी क्षण से गुरु या मार्गदर्शक बल होगा। यह संदेश 3 नवंबर 1708 को भारत के महाराष्ट्र राज्य के नांदेड़ में गुरु गोविंद सिंह द्वारा दिया गया था। गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा की स्थापना की और गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु का दर्जा दिया और इसे चिरस्थायी गुरु के रूप में बुलंद किया।

यह कार्यक्रम एक त्योहार/अनुष्ठान के साथ मनाया जाता है जो भारत में दिवाली के साथ शुरू होता है।[1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Preparations for tricentenary of Guru-Da-Gaddi in full swing". News.webindia123.com. मूल से 13 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-06-22.