गीतिका छन्द
पठन सेटिंग्स
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (जनवरी 2021) स्रोत खोजें: "गीतिका छन्द" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
गीतिका छन्द । यह सम मात्रिक छंद है । इसके चार चरण होते हैं,प्रत्येक चरण में 26-26 मात्राएं होती है ।तथा 14 एवं 12 मात्राओं पर यति होती है । अंत मैं लघु-गुरु (।S) आता है।
- उदाहरण :-
- हे प्रभो !आनन्ददाता, ज्ञान हमको दीजिये।
- शीघ्र सारे दुर्गुणों को,दूर हमसे कीजिये।
- लीजिए हमको शरण में, हम सदाचारी बने।
- ब्रह्मचारी धर्मरक्षक,वीर व्रतधारी बनें।