गिरिधर व्यास

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बीकानेर में गिरिधर व्यास की सात फिट की मूंछें आज उनकी पहचान बन चुकी हैं। 25 साल से अपनी मूछें संवारते गिरिधर राजस्थान महोत्सव की शान हैं और वे बच्चों में भी खासे लोकप्रिय हैं। रक्षाबंधन के मौके पर इन्होंने बच्चों से अपनी मूछो पर राखी बंधवाई। फिल्म शराबी के नत्थू लाल की मूछों ने वाहवाही लूटी तो जैसे बीकानेर के गिरिधर को मानो पहचान का जरिया मिल गया। 1985 से मूछें बढ़ाना शुरू करने वाले गिरिधर की मूंछें उनके लिए परेशानी का सबब नहीं इनकी पहचान हैं। अपनी सात-सात फिट मूंछों को लेकर गिरिधर को कोई परेशानी नहीं होती। लेकिन सोते या लेटते समय वह अपनी मूछों को बाकायदा स्टैंड पर टांग देते हैं और जब उठते हैं तो उसे लपेट कर इस तरह गालों पर जूड़े की तरह बना लेते हैं जैसे हेडफोन लगाए हों। गिरिधर बताते हैं कि मूछें बढ़ाने के पीछे पत्नी की भी इच्छा थी, लेकिन उन्हें दुख इस बात का है कि पत्नी जिंदगी की बीच राह में उनका साथ छोड़ गई। लेकिन मूंछें आज भी उनका साथ दे रही हैं। ये मूछें ही उनका श्रृंगार हैं और बच्चे उनकी मूंछों के दीवाने हैं।[1]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जनवरी 2013.