गंगवानी
नुंह जिले का एक गांव हे। गंगवानी गांव पुनहाना उपमंडल के पिनगंवा खंड मे पडता हे, पिनगंवा से इस गांव की दूरी 5 किलोमीटर हे और जिला मुख्यालय नुंह से इस गांव की दूरी 40 किलोमीटर हे। इस गांव के निवासियों का मुख्य व्यवसाय खेती बाडी हे। गांव की अधिकतर आबादी मेव मुस्लिम की हे [[1]]।
गंगवानी | |
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हरियाणा का एक गांव | |
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देश | भारत |
राज्य | हरियाणा |
ज़िला | नूँह |
संस्थापक | छिरकलोत मेव |
ऊँचाई | 90 मी (300 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 2,924 |
वासीनाम | मेव |
भाषा | |
• प्रचलित | मेवाती हिंदी उर्दू |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
वाहन पंजीकरण | HR 93 |
इतिहास[संपादित करें]
गंगवानी ग्राम कोट गांव से निकल कर बसा हे, कहा जाता यंहा पर राजा गंग नाम का आदमी था, उसने गंगवानी गांव बसाया था। छिरकलोत पाल बारा के 8 गांव कि चौधर भीं गंगवानी गांव में हे। गांव गंगवानी, अकबरपुर, मामालिका, ढआना , बुभलेहड़ी, चंदडाका, बुचाका, पापड़ा हे। फिलहाल गांव के चौधरी मास्टर मोहम्मद हुसैन ह। गांव में 2 मोहल्ले आबाद ह 1 जट्टू मोहल्ला 2 फतेलिया मोहल्ला। फिलहाल सरपंच इरशाद खान पापड़ी हे गांव में 10क्लास तक स्कूल हे इस गांव में 9 मस्जिद मुकम्मल आबाद हे। गंगवानी की जामा मस्जिद और ईद गाह मस्जिद मशहूर और सबसे बड़ी। परमुख शक्सीयत 1. चौधरी निहाल खान नंबरदार जो की बड़े बिस्वेदार और सामाजिक आदमी थे 2. मास्टर रुस्तम ex सरपंच जिन्होंने स्कूल और गांव में तालीम को बढावा दिया 3. Ex सरपंच। सरदार खान काफी पढ़े लिखे थे गांव में सरपंच रहकर काफी विकास कराया 4. उमेद खान को सरपंच रहकर काफी विकास कराया।पहले इस गांव में बनिया और पंजाबी समुदाय के लोग भी निवास करते थे जो शहरो की और पलायन कर गये। ये गांव गुडगांवा लोकसभा और पुनहाना विधानसभा क्षेत्र मे आता हे , गांव में लगभग 2400 वोट हे। इस गांव में पहले एक इस्लामिक मदरसा भी था जो अब बंद हो चुका हे।