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खोले के हनुमान जी मंदिर

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खोले के हनुमान जी मंदिर
खोले के हनुमान जी की मूर्ति
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धताहिन्दू धर्म
देवताहनुमान
त्यौहारहनुमान जयंती
अवस्थिति जानकारी
अवस्थितिजयपुर
ज़िलाजयपुर
राज्यराजस्थान
देशभारत
खोले के हनुमान जी मंदिर is located in राजस्थान
खोले के हनुमान जी मंदिर
राजस्थान में स्थिति
भौगोलिक निर्देशांक26°56′24″N 75°51′17″E / 26.9401°N 75.8548°E / 26.9401; 75.8548निर्देशांक: 26°56′24″N 75°51′17″E / 26.9401°N 75.8548°E / 26.9401; 75.8548
वास्तु विवरण
शैलीप्राचीन किला शैली

खोले के हनुमान जी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर में स्थित एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। यह मंदिर जिला मुख्यालय से लगभग 9 किमी दूर स्थित है। यहाँ श्रद्धालुओं के अलावा देशी-विदेशी पर्यटक भी प्रकृति की मनोरम छटा को निहारने के लिए आते हैं।[1][2]

भौगोलिक स्थिति

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यह मंदिर अरावली पर्वतमाला की लक्ष्मण डूंगरी पहाड़ी पर स्थित है। चारों ओर हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य का वातावरण है।[3]

1960 के दशक में जयपुर की पूर्वी पहाड़ियों के बीच स्थित इस निर्जन क्षेत्र में जंगली जानवरों के डर से लोग नहीं आते थे। उस समय एक साहसी ब्राह्मण, पंडित राधेलाल चौबे ने यहाँ प्रवेश किया और एक विशाल लेटी हुई हनुमान जी की प्रतिमा की खोज की। भगवान को देखकर उन्होंने वहीं पूजा-अर्चना प्रारंभ की और जीवन भर सेवा करते रहे।[4]

उनकी अथक सेवा के परिणामस्वरूप यह निर्जन क्षेत्र एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बन गया। 1961 में, चौबे जी ने मंदिर के विकास के लिए नरवर आश्रम सेवा समिति की स्थापना की। चूँकि बरसात के समय यहाँ पहाड़ियों से होकर पानी बहता था, इसलिए इस मंदिर का नाम "खोले के हनुमान जी" पड़ा।[1][5][6]

वास्तुकला

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मंदिर का निर्माण प्राचीन किला शैली में किया गया है और इसमें तीन मंजिलें हैं। मुख्य द्वार के सामने एक बड़ा खुला प्रांगण है। प्रवेश द्वार के दाईं ओर पंडित राधेलाल चौबे की संगमरमर की समाधि है। मंदिर परिसर में राम, कृष्ण, गणेश, गायत्री और वाल्मीकि के भी मंदिर हैं। दीवारों और कांच पर की गई सुंदर चित्रकारी विशेष आकर्षण का केंद्र है।[1]

2023 में मंदिर परिसर में एक रोपवे का निर्माण हुआ, जिसका उद्घाटन राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया। यह रोपवे लगभग 436 मीटर लंबा है और अन्नपूर्णा माता मंदिर से वैष्णो देवी माता मंदिर तक जाता है। इसे ₹18 करोड़ की लागत से पाँच टावरों पर बनाया गया है और इसकी ऊँचाई लगभग 85 मीटर है।[7][8]

हर वर्ष गोवर्धन पूजा (अन्नकूट) के अवसर पर लक्खी अन्नकूट महोत्सव का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।[9][10][11]

दैनिक आरती कार्यक्रम

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खोले के हनुमान जी मंदिर में प्रतिदिन निम्नलिखित समय पर आरती होती है:

रविवार, सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार

  • प्रातः वंदन: 9:00 AM
  • संध्या आरती: 8:30 PM

मंगलवार एवं शनिवार

  • प्रातः वंदन: 9:00 AM
  • संध्या आरती: 8:30 PM

मंदिर गैलरी

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यह भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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सन्दर्भ

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  1. "साहसी ब्राह्मण ने खोजा था निर्जन पड़े स्थान पर हनुमान जी का ये मंदिर, आज बन गया जयपुर की शोभा". Patrika News. 2018-03-30. अभिगमन तिथि: 2024-02-18.
  2. "राजस्थान के प्रसिद्ध हनुमान दरबार". Amar Ujala. अभिगमन तिथि: 2024-04-29.
  3. जयपुर, संतोष कुमार पांडेय (2023-01-21). "70 साल पहले हुई थी हनुमान जी के इस मंदिर की खोज, आज बन गया जयपुर की शोभा". ABP Live. अभिगमन तिथि: 2024-02-18.
  4. https://www.bhaskar.com/raj-jai-hmu-hanuman-temple-area-expanded-5634440-pho.html
  5. "अद्भुत है खोले के हनुमान जी मंदिर का इतिहास". Patrika News. 2024-02-18.
  6. https://www.etvbharat.com/hi/!state/hanuman-janmotsav-2025-61-kg-silver-dress-offered-to-khole-ke-hanuman-ji-governor-performed-aarti-rajasthan-news-rjs25041203212
  7. "राजस्थान के पहले ऑटोमैटिक रोपवे की जयपुर में शुरुआत". दैनिक भास्कर. अभिगमन तिथि: 2024-04-29.
  8. "खोले के हनुमानजी मंदिर में राजस्थान का पहला ऑटोमैटिक रोपवे". Navbharat Times. अभिगमन तिथि: 2024-04-29.
  9. "जयपुर में लक्खी अन्नकूट महोत्सव का आयोजन". Patrika. अभिगमन तिथि: 2024-04-29.
  10. "खोले में होगा 64वां लक्खी अन्नकूट महोत्सव". Zee News Hindi. अभिगमन तिथि: 2024-04-29.
  11. https://www.etvbharat.com/hindi/delhi/bharat/63rd-annakoot-mahotsav-at-hanumanji-temple-in-khola-rajasthan-started-62-years-ago-with-two-and-a-half-kilos-of-food-grains-record-recorded-in-golden-book-of-world-records/na20231217192116760760472