सामग्री पर जाएँ

खिवनी वन्य अभयारण्य

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
{{{name}}}
Kheoni Wildlife Sanctuary
आईयूसीएन श्रेणी चतुर्थ (IV) (आवास/प्रजाति प्रबंधन क्षेत्र)
मध्य प्रदेश में खिवनी हैं वन्यजीव अभ्यारण्य
मध्य प्रदेश में खिवनी हैं वन्यजीव अभ्यारण्य
मध्य प्रदेश में खिवनी वन्यजीव अभ्यारण्य
अवस्थितिदेवास ज़िलासीहोर ज़िला, मध्य प्रदेश, भारत
निकटतम शहरकन्नौद
निर्देशांक22°50′14″N 76°52′35″E / 22.8373°N 76.8765°E / 22.8373; 76.8765निर्देशांक: 22°50′14″N 76°52′35″E / 22.8373°N 76.8765°E / 22.8373; 76.8765
क्षेत्रफल134.778 वर्ग किलोमीटर
स्थापित1955
शासी निकायवन विभाग, मध्य प्रदेश सरकार

खिवनी वन्यजीव अभ्यारण्य (Kheoni Wildlife Sanctuary) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के देवास ज़िले[1] और सीहोर ज़िले में स्थित एक वन्यजीव अभ्यारण्य है।[2] यह 134. 778 वर्ग किमी पर विस्तारित है और गलियारों द्वारा रातापानी बाघ अभ्यारण्य से हुआ है।[3][4]

वनस्पति

[संपादित करें]

यहाँ प्रमुख रूप से शुष्क पृथुपर्णी वन हैं, जिसमें सागौन (टीक), तेन्दु और बाँस भारी संख्या में हैं।

यहाँ अब बाघ रहना शुरु हो गए हैं, जो रातापानी बाघ अभ्यारण्य से यहां आते हैं। कई तेन्दुए भी यहाँ रहते हैं। अन्य शिकारी प्राणी, जैसे कि जंगली बिल्ली, गीदड़ और धारीदार लकड़बग्घे बंदर भी यहाँ मिलते हैं। शाकाहारी जातियों में नीलगाय, कृष्णमृग, चिंकारा और चीतल हैं। साम्भर, जंगली सुअर, काकड़, चौसिंगा और कस्तूरी बिलाव भी अभ्यारण्य में हैं लेकिन कम दिखते हैं।

अप्रैल 2018 में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार यहाँ लगभग 125 पक्षी जातियाँ हैं। इनमें दूधराज, जो मध्य प्रदेश का राज्य पक्षी है, भी एक है।[5] इसके अलावा कई अन्य पक्षी भी यहाँ बड़ी संख्या में पाए जाते हैं, जिनमें टुइयाँ तोता, धौला पण्डुक, धूसर पण्डुक, जंगली गौरैया, घरेलू कौआ और कालकलाची शामिल हैं।

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. "राष्ट्रीय उद्यान / अभ्यारण्य / टाईगर रिजर्व में भ्रमण". अभिगमन तिथि 11 मई 2022.
  2. ""मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्य"". अभिगमन तिथि 11 मई 2022.[मृत कड़ियाँ]
  3. "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
  4. "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
  5. "Four new species found in first Malwa bird count". The Times of India. 9 April 2018.