खगोलीय ठंडा धब्बा

खगोलीय ठंडा धब्बा आकाश में एक ऐसा बड़ा स्थान है जहाँ पर सूक्ष्मतरंगी विकिरण (माइक्रोवेव रेडियेशन) बहुत कम है। अंतरिक्ष में हर दिशा में देखने पर ब्रह्माण्ड के धमाकेदार जन्म के समय में पैदा हुआ विकिरण हर जगह देखा जा सकता है और इसकी वजह से हर जगह औसतन 2.7 कैल्विन का तापमान रहता है जो आम तौर पर इस औसत से 18 माइक्रोकैल्विन (यानि 0.000018 कैल्विन) ही कम-ज़्यादा होता है। खगोलीय ठन्डे धब्बे में तापमान इस औसत से 70 माइक्रोकैल्विन कम है। वैज्ञानिकों को इसका ठीक कारण अभी ज्ञात नहीं है। इस धब्बे को अंग्रेज़ी में "सी ऍम बी कोल्ड स्पोट" (CMB cold spot) और "डब्ल्यू मैप कोल्ड स्पोट" (WMAP cold spot) भी कहा जाता है। "डब्ल्यू मैप" विल्किनसन सूक्ष्मतरंग शोधयान के अंग्रेज़ी नाम पर डाला गया है।
इस धब्बे का आकार बहुत बड़ा है और 50 करोड़ से 1 अरब प्रकाश वर्ष का व्यास (डायामीटर) रखता है। यह आकाश में स्रोतास्विनी तारामंडल के क्षेत्र में नज़र आता है जिसका अंग्रेज़ी नाम "इरिडनस तारामंडल" है। कुछ वैज्ञानिक समझते हैं के इस क्षेत्र में ठण्ड इसलिए है क्योंकि यह एक महारिक्ति है (यानि एक ख़ाली जगह)। इसलिए कभी-कभी इस धब्बे को "इरिडनस महारिक्ति" (इरिडनस सुपरवोइड) भी कहा जाता है।
दूसरे ब्रह्माण्ड से क्वांटम उलझाव?
[संपादित करें]खगोलीय ठंडा धब्बे की उपस्तिथि ब्रह्माण्ड की सृष्टि की वर्तमान वैज्ञानिक धारणाओं के लिए एक चुनौती है। वैज्ञानिकों ने यहाँ तक कहा है के शायद यह हमारे ब्रह्माण्ड और एक अन्य अज्ञात/अदृश्य ब्रह्माण्ड के दरमयान क्वांटम उलझाव का नतीजा है।[1][2][3]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "The void: Imprint of another universe?". Archived from the original on 9 मई 2008. Retrieved 28 जून 2011.
- ↑ "Evidence for a parallel universe?". Archived from the original on 22 दिसंबर 2008. Retrieved 28 जून 2011.
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(help) - ↑ Great 'cosmic nothingness' found Archived 2011-07-28 at the वेबैक मशीन, BBC News.