खंडीभवन (जीवविज्ञान)
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कशेरुकी प्राणियों की रीढ़ में खंडीभवन देखा जाता है
जीवविज्ञान में खंडीभवन (Segmentation) कुछ प्राणी व वनस्पति जातियों की शारीरिक योजना में दोहराते हुए भागों का प्रयोग होता है। इस से जीव के शरीर विकास और हिलावट में लाभ होता है।[1][2][3]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ Budd, G. E. (2001). "Why are arthropods segmented?". Evolution and Development. 3 (5): 332–42. PMID 11710765. डीओआइ:10.1046/j.1525-142X.2001.01041.x.
- ↑ Tautz, D (2004). "Segmentation". Dev Cell. 7 (3): 301–312. PMID 15363406. डीओआइ:10.1016/j.devcel.2004.08.008.
- ↑ Pick, L (1998). "Segmentation: Painting Stripes From Flies to Vertebrates". Dev Genet. 23 (1): 1–10. PMID 9706689. डीओआइ:10.1002/(SICI)1520-6408(1998)23:1<1::AID-DVG1>3.0.CO;2-A.