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क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी)

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क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) एक कार्बनिक यौगिक है जो केवल कार्बन, क्लोरीन, हाइड्रोजन और फ्लोरीन परमाणुओं से बनता है। सीएफसी का इस्तेमाल रेफ्रिजरेंट, प्रणोदक (एयरोसोल अनुप्रयोगों में) और विलायक के तौर पर व्यापक रूप से होता है।ओजोन निःशेषण में इसका योगदान देखते हुए, सीएफसी जैसे यौगिकों का निर्माण मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत चरणबद्ध तरीके से बंद कर दिया गया है। सिएफसी को प्रिऑन गैस भी कहते हैैं । सीएफसी के द्वारा ओजोन परत को नुकसान होता हैंं, इसलिए वर्तमान में इसकी जगह एचएफसी (हाड्रोक्लोरोफ्लोरो) का उपयोग करते हैं । सीएफसी की खोज सन् 1928 में जनरल मोटर्स के थॉमस मिडगली जूनियर ने की थी।यह गैस ओजोन ह्रास में मुख्य भूमिका निभाती है जो एक मानव जनित कारण है।ओजोन में छिद्र (दक्षिणी ध्रुव पर सबसे ज्यादा) होने के कारण सूर्य की पराबैगनी किरणें पृथ्वी तक आसानी से पहुंच पाती हैं ।इससे त्वचा का कैंसर होने का खतरा होता है।



इसे क्लोरो फ्लोरो कार्बन कहते हैं।