कैलाश विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय | |
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 2015 | |
अध्यक्ष | अमित शाह जगत प्रकाश नड्डा |
पद बहाल 2008 – दिसम्बर 2018 | |
उत्तरा धिकारी | उषा ठाकुर |
चुनाव-क्षेत्र | महू |
पद बहाल 1993–2008 | |
उत्तरा धिकारी | रमेश मेंदोला |
चुनाव-क्षेत्र | इंदौर- 2 |
पद बहाल 2000–2005 | |
पूर्वा धिकारी | मधुकर वर्मा |
उत्तरा धिकारी | डॉ उमाशशी शर्मा |
जन्म | 13 मई 1956 इंदौर, मध्यप्रदेश |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवन संगी | आशा विजयवर्गीय |
बच्चे | आकाश विजयवर्गीय (विधायक) |
निवास | 880/9, नंदानगर, इंदौर, मध्यप्रदेश |
शैक्षिक सम्बद्धता | देवी अहिल्या विश्वविद्यालय |
पेशा | राजनेता |
जालस्थल | Kailashonline.in |
कैलाश विजयवर्गीय (जन्म मई 13, १९५६, इंदौर, मध्य प्रदेश) वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। [1] इंदौर में भारतीय जनता पार्टी से अपना राजनितिक कैरियर प्रारंभ कर वे इंदौर नगर के महापौर बने। बिना कोई चुनाव हारे वे लगातार छः बार विधानसभा के सदस्य चुने गए और वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय महा सचिव है। पार्टी में केन्द्रीय नेतृत्व के लिए पदोन्नत होने से पहले वे बारह वर्ष तक राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे [2]
वर्ष २०१४ में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए विजयवर्गीय बीजेपी के चुनाव प्रभारी नियुक्त हुए थे, [3] उसके बाद ही विधानसभा चुनाव में वहां बीजेपी स्पष्ट बहुमत में आई Iइस जीत से तय लग रहा था कि निकट भविष्य में केन्द्रीय स्तर पर उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका मिल सकती है और जून २०१५ में यह सच सिद्ध हो गया जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया [4] हरियाणा में उनके चमकीले प्रदर्शन के बाद जैसी उम्मीद थी ,पश्चिम बंगाल में वे पार्टी के नए प्रभारी बनाये गए। और 18 सीटे जितने ने सफल रहे और पार्टी के अंदर अपना पद बड़ा।[5]
राजनीतिक कैरियर
[संपादित करें]वर्ष १९७५ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से विजयवर्गीय राजनीति से जुड़े। वर्ष १९८३ में वे इंदौर म्युनिसिपल कार्पोरेटर और वर्ष १९८५ में स्थायी समिति के सदस्य बने। वे भारतीय जनता पार्टी की इंदौर इकाई में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य सचिव एवं राज्य बीजेपी कानून सेल के संयोजक रहे। वर्ष १९८५ में वे विद्यार्थी परिषद् के राज्य संयोजक, वर्ष १९९२ में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य उपाध्यक्ष , भारतीय जनता युवामोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव और वर्ष 1993 में गुजरात के प्रभारी रहे। श्री विजयवर्गीय विधानसभा के लिए लगातार वर्ष १९९०, १९९३, १९९८, और 2003 में चुने गए। प्रतिपक्षी दल कांग्रेस के लिए सुरक्षित मानी जा रही डॉक्टर आंबेडकर नगर-महू की सीट पर मुश्किल चुनाव लड़ते हुए वे तेरहवीं विधानसभा के लिए वर्ष २००८ में पांचवीं बार विजयी रहे और लगातार छठी बार वर्ष २०१३ में चुने गए।[6]
जब हरियाणा राज्य विधानसभा में अपनी सीट 4 से बढ़ाकर ४७ करके जो पहली जीत दर्ज की गई उस वक्त वे ही बीजेपी की हरियाणा राज्य विधानसभा चुनाव अभियान के प्रभारी थे। [7] वर्ष २०१५ में वे भारतीय जनता पार्टी के महासचिव बनने के साथ ही पश्चिम बंगाल के राज्य प्रभारी बनाये गए। [8]
मेयर के रूप में कार्यकाल
[संपादित करें]कैलाश विजयवर्गीय वर्ष 2000 में इंदौर म्युनिसिपल कारपोरेशन में महापौर पद पर प्रत्यक्षतः चुने गए प्रथम प्रत्याशी बने। उसी वर्ष उनका मनोनयन अखिल भारतीय महापौर परिषद् के उपाध्यक्ष और फिर अध्यक्ष पद के लिए किया गया और होनोलुलू में विश्व महापौर सम्मलेन में सर्वश्रेष्ठ महापौर का संमान दिया गया .उसी वर्ष उन्हें विश्व पृथ्वी सम्मलेन की प्रिपरेशन समिति के सदस्य के रूप में चीन में आमंत्रित किया गया.(उद्धरण जरूरी) उनके श्रेष्ठ पर्यावरण सुधारों के परिणामस्वरूप (क्लेरिफिकेशन जरूरी) वर्ष २००२ में इंदौर शहर को स्वच्छ नगर,हराभरा नगर अवार्ड दिया गया (उद्धरण जरूरी) उसी वर्ष में शहरी विकास में जन भागीदारी संबंधी उनके अनुभव जानने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने उन्हें आमंत्रित किया था.(उद्धरण जरूरी)कुछ समय पश्चात् भागीदारी के आधार पर शहरी विकास हेतु एक समझौते के लिए गार्लेंड सिटी ,अमेरिका से उन्हें आमंत्रित किया गया .(उद्धरणजरूरी ) वर्ष २००३ में वे दक्षिण एशिया महापौर परिषद्के अध्यक्ष मनोनित हुए और विश्व पृथ्वी सम्मेलन,डरबन में उन्होंने भारतीय स्वयंसेवी संगठन की टीम का नेतृत्व किया [9]
राज्य प्रशासन में
[संपादित करें]कैलाश विजयवर्गीय को दिसम्बर 8,वर्ष २००८ में केबिनेट मंत्री की शपथ दिलायी गई.उन्हें जन-कार्य ,संसदीय मामले ,शहरी प्रशासन एवं विकास विभाग(केवल सिंहस्थ -कुम्भ संबंधी कार्य ) दिये गए.जुलाई 1,२००४ .को उन्हें धार्मिक न्यास,धर्मादा और पुनर्वास विभाग दिया गया .श्री विजयवर्गीय को अगस्त २७,२००४ को फिर से बाबूलाल गौर के मंत्री परिषद में जन-कार्य मंत्री की शपथ दिलाई गई,दिसम्बर ४, २००५ को पुनःउन्हें श्री शिवराजसिंह चौहान के मंत्री परिषद् में जन-कार्य ,सूचना तकनिकी , विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री के रूप में सम्मिलित किया गया. .संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष २००६ में तय, मिलेनियम के विकास लक्ष्य पूरे करने हेतु जन धारणा बनाने के महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र ने श्री विजयवर्गीय को सम्मानित किया .श्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रयासों के कारण ही वर्ष २००७ में मध्य प्रदेश को सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में तीन सम्मानजनक अवार्ड मिले .श्री विजयवर्गीय को भवन उद्योग नेतृत्व अवार्ड भी मिल चुका है [10]
शिवराज सिंह चौहान की दूसरी मंत्रिपरिषद (वर्ष २००८ के चुनाव पश्चात् ) में भी आईटी और उद्योग विभाग श्री विजयवर्गीय के पास ही रहा .तीसरी मंत्रिपरिषद में (वर्ष २०१३ के चुनाव पश्चात्) श्री विजयवर्गीय को शहरी विकास विभाग दिया गया[11]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Administrator. "National Office Bearers". मूल से 22 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-03-24.
- ↑ "BJP's Kailash Vijayvargiya Makes Friends and Controversies Easily". मूल से 14 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-03-24.
- ↑ "MP minister Vijayvargiya appointed BJP's election in-charge for Haryana". मूल से 29 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-03-24.
- ↑ "MP minister Kailash Vijayvargiya appointed BJP general secretary". मूल से 29 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-03-24.
- ↑ "BJP affairs in-charge: Siddharth Nath Singh loses Bengal to Kailash Vijayvargiya, gets Andhra". 2015-07-04. मूल से 29 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-03-24.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 2 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 फ़रवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जून 2017.