कुशीनगर विमानपत्तन
कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डा कुशीनगर हवाईअड्डा | |||||||||||
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चित्र:Kushinagar International Airport 34572.jpg | |||||||||||
विवरण | |||||||||||
हवाईअड्डा प्रकार | नागरिक | ||||||||||
स्वामित्व | भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण | ||||||||||
संचालक | भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण | ||||||||||
स्थिति | पडरौना, कुशीनगर, उत्तर प्रदेश, भारत | ||||||||||
प्रारम्भ | 20 अक्टूबर 2021[2] | ||||||||||
समुद्र तल से ऊँचाई | 266 फ़ीट / 81 मी॰ | ||||||||||
निर्देशांक | 26°46′12″N 083°54′29″E / 26.77000°N 83.90806°E | ||||||||||
मानचित्र | |||||||||||
उड़ानपट्टियाँ | |||||||||||
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कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (आईएटीए: KBK, आईसीएओ: VEKI)[3] [4] उत्तर प्रदेश, के कुशीनगर में स्थित है। यह गोरखपुर हवाई अड्डे से 52 किमी पूर्व की ओर स्थित है। कुशीनगर हवाई अड्डा कई बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों जैसे कि कपिलवस्तु (190 किमी), श्रावस्ती (238 किमी), और लुम्बिनी (195 किमी) के निकट के क्षेत्र में स्थित है।[5] पर्यटन के क्षेत्र में विकास एवं बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों हेतु कुशीनगर में एक अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डा की आवश्यकता थी, इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती द्वारा 15 जनवरी 2010 को तथा 584.65 एकड़ भूमि की अधिग्रहण[मृत कड़ियाँ] मार्च 2010 से अप्रैल 2011 के मध्य उत्तर प्रदेश सरकार(पर्यटन विभाग) द्वारा संपन्न की गयी थी|
उद्घाटन 20 अक्टूबर 2021 को भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने किया। यह उत्तर प्रदेश का तीसरा अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। [6] यह हवाई अड्डा 590 एकड़ में फैला है। जिसमें 3.2 किलोमीटर लम्बी और 46 मीटर चौड़ी एकल हवाई पट्टी है। यह बड़े आकार के विमानों को संभालने में सक्षम है।[7]यहाँ पहला अन्तरराष्ट्रीय विमान श्री लंका के कोलम्बो से 20 अक्टूबर 2021 को उतरा।[8] उड़ान के उद्घाटन के साथ पर्यटकों के आगमन में 20% तक की वृद्धि होने की उम्मीद है।[8]
इतिहास और विकास
[संपादित करें]1942 में द्वितीय विश्व युद्ध के समय यहां हवाई पट्टी बनाई गई लेकिन तबसे यह उपेक्षित रहा। उसके पश्चात 5 सितम्बर 1995 को सुश्री मायावती द्वारा पुनरुद्धार(उद्घाटन) किया गया| पुनः उत्तर प्रदेश में पर्यटन (बौद्ध) के विकास के लिए उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती अपने 54वे जन्म दिवस पर 15 जनवरी 2010 को कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की उत्तर प्रदेश कैबिनेट द्वारा मंजूरी प्रदान की गयी|
3 मार्च 2010 को रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार से मंजूरी प्राप्त हुयी| 8 मार्च 2010 को भारत सरकार के कस्टम विभाग से मंजूरी प्राप्त हुयी| 16 मार्च 2010 को नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार से मंजूरी प्राप्त हुयी| 31 मार्च 2010 को भारत मौसम विज्ञानं विभाग (Metrological Department), भारत सरकार से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट(NOC) प्राप्त हुयी|
1 अप्रैल 2010 को उत्तर प्रदेश प्रदुषण कण्ट्रोल बोर्ड Archived 2020-02-04 at the वेबैक मशीन से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट(NOC) प्राप्त हुयी| 14 मई 2010 को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार से मंजूरी प्राप्त हुयी|
“In Principle Approval” from the Steering Committee of MoCA. Including consent of AAI, DGCA, Min of Finance, Min of Home Affairs, Min of Environment & Forest, Planning Commission on 21st Sepetember 2010[https://web.archive.org/web/20140912162619/http://www.up-tourism.com/tender/kushinagar_airport_project_info_report_feb2013.pdf Archived 2014-09-12 at the वेबैक मशीन [>]].
24 जून, 2020 को भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की समिति ने कुशीनगर हवाई अड्डे को एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्ड के रूप में मान्यता देने का निर्णय लिया।[5] [9] यह भारत का 29वां और उत्तर प्रदेश का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इस हवाई अड्डे का सामरिक महत्व भी है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पास है। कुशीनगर एक महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल है, जहाँ गौतम बुद्ध ने परिनिर्वाण प्राप्त किया था। यहाँ आने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए ही सरकार ने इसे अन्तरराष्ट्रीय विमानपत्तन बनाने का निर्णय लिया है।[10] इस परियोजना के लिए 180 करोड़ रुपये की लागत से 650 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। [11] यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर जाने की सुविधा देगा।
इस हवाईअड्डे का निर्माण उत्तर प्रदेश सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने मिलकर किया है।[10] इसे सरकारी-निजी-सहयोग(पीपीपी) आधार पर बनाया गया है। शुरु में इस परियोजना की कीमत 370 करोड आँकी गयी थी।[12]हाँलाँकि इसकी अनुमानित लागत 270 करोड है। [2] कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने कुशीनगर हवाई अड्डे को सीमा शुल्क अधिसूचित हवाई अड्डा घोषित किया है।[13]
यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर जाने की सुविधा देगा। फरवरी २०२१ में इस हवाईअड्डे को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (भारत) ने मंजूरी प्रदान कर दी।[14]
20 अक्टूबर 2021 को नरेंद्र मोदी ने अभिधम्म दिवस के अवसर पर श्रीलंका से हवाईअड्डे पर आये पहली उड़ान से बौध भिक्षुओं के समक्ष इसका उद्घाटन किया।[2]
भवन व ढाँचा
[संपादित करें]करीब 600 एकड़ में बनाए गए कुशीनगर हवाईअड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 260 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बना व 3600 वर्गमीटर में फैला हुआ है। भीड़भाड़ वाले समय में यह 300 यात्रियों को सम्भालने की क्षमता रखता है।[8]
हवाईपट्टी
[संपादित करें]हवाईअड्डे पर एकमात्र हवाईपट्टी है जिसकी लंबाई 3.2 कि॰मी॰ (10,000 फीट) और चौडाई 45 मी॰ (148 फीट) है। इसकी दिशा क्रमांक 11/29 है। हवाईअड्डा पर एक साथ 5 बोइंग 747 विमान खडे किए जा सकते हैं। [15]
विमान सेवाएँ और गंतव्य
[संपादित करें]वायुसेवाएं | गंतव्य |
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स्पाइस जेट | दिल्ली (शुरु 26 नवम्बर 2021),[16] कोलकाता (शुरु 18 दिसम्बर 2021),[16] मुम्बई (शुरु 18 दिसम्बर 2021)[16] |
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Airline and Location Code Search" [एयरलाइन और हवाईअड्डा कूट खोज]. iata.org. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ अ आ इ शर्मा, अखिलेश; मिश्र, हिमांशु_शेखर (20 अक्टूबर 2021). "बेहद शानदार है UP का कुशीनगर एयरपोर्ट, PM नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन - देखें PHOTOS". एनडीटीवी. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ "Padrauna". aai.aero. अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "Civil Aviation Promotion Policy of Uttar Pradesh 2017" (PDF). उत्तर प्रदेश सरकार. मूल (PDF) से 14 फरवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ अ आ ठाकुर, अंजलि (26 जून 2021). "सरकार ने कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने की मंजूरी दी". दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ "Kushinagar airport to be a boon for migrant labourers". मूल से 2 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 फ़रवरी 2021.
- ↑ "Project Information Memorandum" (PDF). उत्तर प्रदेश सरकार. मूल (PDF) से 12 सितंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 अगस्त 2014.
- ↑ अ आ इ शर्मा, सीमा (20 अक्टूबर 2021). "कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट: 125 बौद्ध भिक्षुओं के साथ पहली उड़ान श्रीलंका से आएगी, 10 से 15 जिलों को सीधा फायदा". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ पत्र सूचना कर्यालय (24 जून 2020). "कुशीनगर हवाई अड्डे को 'अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा' घोषित किए जाने से इस इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास को गति मिलेगी". pib.gov.in.
- ↑ अ आ सेठ, मौलश्री (10 मई 2015). "Stuck for 7 years, govt decides to rope in AAI for Kushinagar airport" [सात सालों तक फंसे रहने के बाद सरकार ने कुशीनगर हवाईअड्डे के लिये भाविप्रा की सहायता लेने का निर्णय लिया]. इंडियन एक्सप्रेस (अंग्रेज़ी में). लखनऊ. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ "Project Information Memorandum" (PDF). उत्तर प्रदेश सरकार. मूल से पुरालेखित 12 सितंबर 2014. अभिगमन तिथि 5 अगस्त 2014.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)
- ↑ रावत, विरेन्द्र सिंह (29 जनवरी 2013). "Kushinagar international airport to get ready for take-off" [कुशीनगर हवाईअड्डा उड़ान भरने को तैयार]. बिज़िनेस स्टैण्डर्ड (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ शुक्ला, विवेक (15 सितम्बर 2021). "खुशखबर: कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित हुआ सीमा शुल्क अधिसूचित हवाई अड्डा, वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ "कुशीनगर एयरपोर्ट ने DGCA से प्राप्त किया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लाइसेंस". hindicurrentaffairs.adda247.com. 25 फरवरी 2021. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ "पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का किया उद्घाटन". दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2021.
- ↑ अ आ इ "Kushinagar Airport: ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले, कुशीनगर से दिल्ली की सीधी उड़ान 26 नवंबर". www.amarujala.com. अभिगमन तिथि 20 अक्टूबर 2021.