किलिप्पाट्टु

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किलिप्पाट्टु (मलयालम : കിളിപ്പാട്ടുകൾ / किळिप्पाट्टुकल), मलयालम काव्य की एक शैली है जिसमें बात को किसी तोता, मधुमक्खी, हंस आदि के माध्यम से कहा जाता है। १६वीं शताब्दी के कवि एषुत्तच्छन ने किलिप्पाट्टु को लोकप्रिय बनाया। उन्हें मलयालम भाषा का पितामह कहा जाता है। 'अध्यत्मरामायणम्' नामक उनकी कृति के प्रत्येक अध्याय के आरम्भ में एक तोते क अह्वन किया गया है और उससे राम की कथा सुनाने का निवेदन किया गया है।

प्रसिद्ध किलिप्पाट्टु
  • अध्यात्मरामायणम् -- एषुत्तच्छन
  • महाभारतम् किलिप्पाट्टु -- एषुत्तच्छन
  • शिवपुराणम् किलिप्पाट्टु -- कञ्चन नम्बियार
  • देवीमाहात्म्यम् किलिप्पाट्टु --