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काला चीता

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काला चीता का रँग-रूप तेंदुआ और जैगुआर से काफ़ी मिलता-जुलता है। ये अधिकतर काले तेंदुए सहित अफ़्रीका और एशिया के उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं। काला जैगुआर दक्षिण अमरीका में पाया जाता है।

काला तेंदुआ(भारत)

1788 में जीन-क्लाउड डेलामेथेरी ने एक काले तेंदुए का उल्लेख किया जिसे बंगाल से लाकर लंदन के बुर्ज में रखा गया था। 1794 में फ्रेडरिक अल्ब्रेक्त एंटोन मेयर ने इस बिल्ली जैसे दिखने वाले भारतीय तेंदुए के लिए एक वैज्ञानिक नाम फेलिस फुस्का को प्रस्तावित किया। 1809 में जार्ज क्यूवियर ने मेनाजेरी डु जार्डिन डेस प्लांट्स में रखे एक काले तेंदुए का वर्णन किया जो जावा से लाया गया था।[1] क्यूवियर ने इस जानवर के लिए फेलिस मेलस अर्थात् जवन तेंदुआ नाम प्रस्तावित किया।[2] देश के अन्य भागों की तुलना में त्रावणकोर और दक्षिणी भारत की पहाड़ियों में काले तेंदुए सामान्य रूप से पाए जाते थे। दक्षिणी म्यांमार में प्रायः काले तेंदुए देखने को मिल जाते थे।[3] १९२९ ई. में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय लंदन में काले तेंदुए की खाल पाई गई थी जिसे दक्षिण अफ़्रीका तथा भारत में नेपाल, असम आदि स्थानों से संग्रहीत किया गया था।

काला जैगुआर

1801 में, फेलिक्स डी अज़ारा ने पैराग्वे में पराना नदी के पास स्थानीय लोगों द्वारा देखे गए एक काले जैगुआर का वर्णन किया था। 2004 में मैक्सिको में एक मादा काला जैगुआर पाया गया था।

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. मेयर, एफ़. ए. ए. (1794). "ऊबेर दे ले मेथरीस श्वर्ज़ेन पैंथर [अबाउट दे ला मेथेरीज़ ब्लैक पैंथर]". ज़ूलॉज़ीशे एनेलेन (जर्मन में). अर्सटर बैंड. वैमर: इम वरलेजदेस इंडस्ट्री-कंपटोयर्स. पपृ॰ 394–396.
  2. पोकोक, आर. आई. (1930). "द पैंथर्स एंड आउं एंड ऑफ़ एशिया". जर्नल ऑफ़ द बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी. 34 (1): 307–336.
  3. मैसन, एफ. (1882). "एफ़. पार्दुस, एल. द लियोपार्ड". बर्मा, इट्स पीपल एंड प्रोडक्शंस; और, नोट्स ऑन द फौना, फ़्सोरा ऑन द फौन, फ़्लोरा, एंड मिनेरल्स ऑफ़ तेनस्सरिम, पेगु, एंड बर्मा. 1. जियोलॉजी, मिनरोलॉजी, एंड ज़ूलॉजी (रीरिटेन एंड एनलार्ज्ड बाय. डब्ल्यू थेयोबल्ड संस्करण). हर्टफोर्ड: चीफ़ कमिश्नर ऑफ़ ब्रिटिश बर्मा. पृ॰ 472.