काला-गौरा भैरव मंदिर
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काला-गौरा भैरव मंदिर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के पूर्वी भाग में आकाश को छूता हुआ सा प्रतीत होता है।[1] यह मंदिर बहु मंजिला रूद्र भैरव का तांत्रिक मंदिर है, जो कि प्राचीन काल से विद्यमान है। इस मंदिर के लिए कहाँ जाता है कि प्राचीन काल में यह मंदिर राजस्थान में जादू-टौनो, तंत्र-मंत्र एवं वशीकरण के लिए विख्यात था। मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो हाथी सुंड उठाकर खड़े हुए बने हुए हैं। यहाँ दो भैरव मंदिर है जिन्हें काला-गौरा भैरव के नाम से जाना जाता है, दोनों ही मंदिरों पर सुंड उठाये गजराज चित्रित है। इन मंदिरों को तामसी व राजसी शैली में निरूपित किया गया है।[2] यह मंदिर प्राचीन सवाई माधोपुर शहर के मुख्य द्वार पर बने हुए हैं
Kal Bhairav Mandir - panchudala
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "KALA GAURA BHAIRAVA TEMPLE" [काला गौरा भैरव मंदिर] (अंग्रेज़ी में). पैलेस ऑन व्हील्स. मूल से 19 नवंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 नवम्बर 2015.
- ↑ "क्या आप जानते हैं यहां भगवान के लिए आती है चिट्ठी". दैनिक जागरण. 8 दिसम्बर 2014. मूल से 18 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 नवम्बर 2015.
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- इंदिरा गाँधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स पर काल-गौरा भैरव मंदिर की प्रोफाइल