कशीदाकारी हस्तकला

कशीदाकारी हस्तकला एक ऐतिहासिक कढ़ाई वाली हस्तकला है, जिसमें सन् 1066 में इंग्लैंड का नॉर्मन पर विजय प्राप्ती से पूर्व की घटनाओं को चित्र के माध्यम से वस्त्रों पर कढ़ाई करके दर्शाया गया है। यह एक कढ़ाई वाला कपड़ा है जो लगभग 70 मीटर (230 फीट) लंबा और 50 सेंटीमीटर (20 इंच) चौड़ी थी।
बनावट एवं तकनीकी विकास
[संपादित करें]प्रारंभिक मध्ययुगीन काल[1] की अन्य कशीदाकारी कढ़ाई के समान इसे भी पारंपरिक रेशमी वस्त्रों के टुकड़े पर की गई जाती थी, इसका आकार 68.38 मीटर लंबा और 0.5 मीटर चौड़ा था। इसमें ऊनी धागों का उपयोग किया जाता था। मध्ययुगीन काल से ही इसके निर्माण में दो मुख्य पारंपरिक कढ़ाई उदाहरण "रूपरेखा कढ़ाई" और "सिलाई तकनीक"के रूप में किया जाता था। रूपरेखा कढ़ाई का उपयोग सुन्दर आकृतियों और अक्षरों की रूपरेखा बनाने के लिए किया गया जाता था, जबकि सिलाई तकनीक का उपयोग आकृतियों को सिलने के लिए किया जाता था।
इस कढ़ाई में कुल नौ रंगों के रेशमी वस्त्रों का प्रयोग किया जाता था। जिसकी लंबाई 14 से 3 मीटर होती थी। और इन वस्त्रों पर कढ़ाई करने के बाद एक साथ सिल दिया जाता था। इसके बाद इन्हें ऊपर और नीचे नक्काशीदार सजावटी पत्थरों से वस्त्रों के किनारों को घेर दिया जाता था। पहले जोड़ों के किनारों की बनावट ठीक से पंक्तिबद्ध नहीं हुई थीं, लेकिन बाद में मशीनी तकनीकों की सहायता से इसपर सुधार कर जोड़ों को अदृश्य बना दिया गया। इस सुधार से कढ़ाई के आकृति को ओर अधिक सुंदर और सुसंगत बनाया गया।[2]
इसके बनावट में नॉर्मन विजय की कहानी को दर्शाने वाली विभिन्न घटनाओं की दृश्यावलियाँ हैं। कशीदाकारी हस्तकला का ऐतिहासिक और सांस्कृति महत्व यूरोप की मध्ययुगीन कला और इतिहास को समझने में सहायक है। यह कशीदाकारी न केवल कला का उदाहरण है, बल्कि यह एक ऐतिहासिक दस्तावेज भी है, जो उस समय की घटनाओं और समाज की झलक पेश करता है।
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ कैविनेस, मेडेलिन एच॰ (2001). मध्यकालीन कला का पुनर्सरचना: अंतर, हाशिये, सीमाएं. मेडफोर्ड, एम॰ए॰: टफ्ट्स विश्वविद्यालय.; कोस्लिन, डेसिरी (1990). "कशीदाकारी कढ़ाई में समय के साथ बदलाव". पाठ्य एवं वस्त्र. 13: 28–29.; बर्ट्रेंड, सिमोन (1966). ला टैपिसरी डे बेयूक्स. ला पियरे-क्वि-विरे: ज़ोडियाक. पृ॰ 23.
और तब यह कढ़ाई का नाम हमें कितना साधारण प्रतीत होता है।"
- ↑ "कशीदाकारी हस्तकला" विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय; सेंट गेरोन के कपड़े की तस्वीर.