कटाना (जापानी तलवार)

कटाना, 刀, かたな; अर्थ ‘एक तरफा धार’ जापान की पारंपरिक तलवार है। इसकी घुमावदार, और धारदार वाला भाग इसकी खासियत है। यह प्राचीन तलवार ताची के बाद विकसित हुई। जापान में समुराई योद्धाओं द्वारा प्रयोग की जाती थी।[1]
इतिहास
[संपादित करें]कटाना की उत्पत्ति ससुगा (刺刀) से हुई है, जो एक प्रकार का तंतो (छोटी तलवार) के समान होता है। इसका उपयोग कामाकुरा काल (1185–1333) में निम्न श्रेणी के समुराई करते थे, जो पैदल युद्ध में लड़ते थे। उनका मुख्य हथियार लंबा नागिनाटा होता था और ससुगा एक सहायक हथियार के रूप में प्रयोग किया जाता था।
विश्व भर में हासिल कृतिमान
[संपादित करें]कटाना के इस्तेमाल से हासिल किये गये अनेक कीर्तिमान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा प्रमाणित किए गए हैं। इयादो मास्टर इसाओ माची ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं, जैसे—एक चटाई (सुएगिरी) पर खड़े होकर एक मिनट में चावल के दानों पर तलवार से किए गए वार" का कीर्तिमान। ये सभी तामेशिगिरी अर्थात तलवार से लक्ष्य काटने की पारंपरिक जापानी कला से संबंधित हैं। इसके अलावा, ग्रीक के एगिसिलाओस वेसेक्सिडिस ने 25 जून 2016 को एक मिनट में 73 बार तलवार बाजी कर नया विश्व कीर्तिमान बनाया। ये उपलब्धियाँ कटाना की तीव्रता, संतुलन और जापानी युद्धकलों की परंपरा को दर्शाती हैं।[2]
युद्ध कलाओं में उपयोग
[संपादित करें]कटाना का उपयोग प्राचीन जापान में समुराई योद्धाओं द्वारा युद्ध के मैदान में किया जाता था और यह केवल एक हथियार नहीं, बल्कि उनके सम्मान, अनुशासन और कौशल का प्रतीक था। आधुनिक समय में भी कटाना का प्रयोग पारंपरिक मार्शल आर्ट में प्रशिक्षण के लिए प्रयोग किया जाता है। इन कलाओं में ऐकिडो], इयाजुत्सु, बट्टोजुत्सु, इयादो, केंजुत्सु, केंडो, निन्जुत्सु, तेनशिन शोडेन काटोरी शिंटो-र्यू, और शिंकेंडो। प्रमुख हैं [3][4][5]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ "कटाना कितनी लम्बी होती है?". मध्यकालीन तलवारों की दुनिया (अमेरिकी अंग्रेज़ी भाषा में). 2019-08-03. अभिगमन तिथि: 2019-09-09.
- ↑ ""एक मिनट में चावल के दाने पर किए गए तलवार से वार"". गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स. जून 25, 2016. मूल से से मई 29, 2019 को पुरालेखित।.
- ↑ मेसन स्मिथ (दिसम्बर 1997). "खड़े हो जाओ और वार करो". ब्लैक बेल्ट पत्रिका. 35 (12). एक्टिव इंटरेस्ट मीडिया Inc.: 66. आईएसएसएन 0277-3066.
- ↑ प्रेरिस्ट, ग्राहम; डेमन यंग (21 August 2013). युद्धकला और दर्शनशास्त्र: प्रहार और शून्यता. Open Court. p. 209. ISBN 978-0-8126-9723-0.
- ↑ ग्रीन थाॅमस ए॰; जोसेफ आर॰ स्विंथ (2010). विश्व की मार्शल आर्ट्स: इतिहास और नवाचार का एक विश्वकोश. ABC-CLIO. pp. 120–121. ISBN 978-1-59884-243-2.