कंवर
महत्वपूर्ण जन्संख्या वाले क्षेत्र |
---|
छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र |
भाषा |
छत्तीसगढ़ी • नागपुरी • सादरी • सरगुजिहा • हिन्दी |
धर्म |
कंवर भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ , मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र में पाई जाने वाली जनजाति है । वे मुख्य रूप से सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर, रायगढ़ , बिलासपुर , रायपुर , कोरबा , जशपुर, महासमुंद, धमतरी, बलौदाबाजार-भाटापारा और राजनांदगांव जिले में पाए जाते हैं।[1][2][3]
इतिहास और उत्पत्ति
[संपादित करें]कंवर मध्य भारत की एक महत्वपूर्ण जनजाति हैं। यह जनजाति छत्तीसगढ़ में गोंड जनजाति के बाद दूसरी सबसे बड़ी जनजाति है। इसका फैलाव मुख्यतः छत्तीसगढ़ के उत्तरी पर्वतीय तथा मैदानी भागों में है। यह जनजाति इस क्षेत्र में सदियों से निवास कर रही मानी जाती हैं। इनकी भाषा-बोली, रहन-सहन, तीज-त्यौहार लगभग गोंड जनजाति की तरह ही है। बार त्यौहार और बार नृत्य कंवर जनजाति की देन मानी जाती है।
कंवर हिंदी भाषा, छत्तीसगढ़ी और नागपुरी भाषा बोलते हैं।[4][5]
वर्तमान परिस्थितियाँ
[संपादित करें]वे छत्तीसगढ़ , झारखंड और ओडिशा में अनुसूचित जनजाति के रूप में सूचीबद्ध हैं।[6] [7]
कंवर मुख्यतः कृषक जनजाति है। एक सहायक व्यवसाय के रूप में वे मुर्गीपालन, बकरीपालन व मछली पालन भी करते हैं। वे कई गांवों के सामुदायिक परिषद के प्रमुख के लिए एक व्यक्ति का चयन करते हैं। उन्हें समुदाय के बुजुर्ग सदस्यों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। परिषद समुदाय के सामाजिक आदेश की देखभाल करती है।
वे दूल्हा देव, बूढ़ा देव, ठाकुर देव, शिकारी देव और देवी सहित सगई देवी, मातीन देवी, बंजारी देवी आदि कई देवताओं की पूजा करते हैं।[8]
कंवर के प्रमुख उपजातियां हैं- तंवर, पैकरा, राठिया, दुधकंवर और चेरवा। उन्हें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, उड़ीसा व महाराष्ट्र में अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है। वे पितृसत्तात्मक हैं। कंवर के पास बड़ी संख्या में गोत्र - टोटम हैं जो पौधों, जानवरों और वस्तुओं के नाम पर हैं। कुछ बघवा (बाघ), चिता, बिलवा (जंगली बिल्ली), बोकरा (बकरी), चंद्रमा, चंवर, चंपा, चुंवा ( कुंआ ), धेनकी, दर्पण, गोबीर्रा (एक गोबर कीट), हुंडार (लकड़बग्घा), कोठी, एड़वा, आड़िल, खुमरी, लोढ़ा (एक जंगली कुत्ता), ठाठ, नुनमुतरिया (नमक का एक पैकेट), सेंदुर, सुआ (तोता), तेलासी (एक चींटी), डूमर (गूलर वृक्ष) जुवाडी(जुवा)अणईल (अंडा),छछांद(चिल)भंईंसा(भैंस)सिकटा (सियार)घंसिया,तासरा, सोनवानी,बरगाह,बैंजार आदि।[9][10]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Chhattisgarh: Tribes". m.jagranjosh.com. Archived from the original on 10 मई 2019. Retrieved 26 मई 2019.
- ↑ "Encyclopaedia of Scheduled Tribes in Jharkhand". books.google.co.in.
- ↑ "KANWAR". jharkhandculture.com.
- ↑ "Kawar". indpaedia.com. Archived from the original on 10 मई 2019. Retrieved 26 मई 2019.
- ↑ "Kanwar" (PDF). shodhganga.inflibnet.ac.in.
- ↑ "LIST OF SCHEDULED TRIBE". www.mp.gov.in. Archived from the original on 10 मई 2019. Retrieved 26 मई 2019.
- ↑ "Scheduled Tribes: All-India list". indpaedia.com. Archived from the original on 10 मई 2019. Retrieved 26 मई 2019.
- ↑ "Contemporary Society: Tribal Studies : Professor Satya Narayana ..., Volume 7". books.google.co.in.
- ↑ "Tribal Roots of Hinduism". books.google.co.in. Archived from the original on 12 जनवरी 2018. Retrieved 26 मई 2019.
{{cite web}}
: Cite has empty unknown parameter:|4=
(help) - ↑ "Kawar". indpaedia.com. Archived from the original on 10 मई 2019. Retrieved 26 मई 2019.