एन्थ्रासिन
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एन्थ्रासिन (anthracene) ठोस पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) है जिसका रासायनिक सूत्र C14H10 है। इसमें तीन बेंजीन वलय होती हैं। यह कोलतार का एक घटक है। एंथ्रासिन का उपयोग लाल रंजक एलिज़रीन और अन्य रंजकों के उत्पादन के लिए किया जाता है। औषधीयों के निर्माण के समय यह उच्च ऊर्जा के कणों के संसूचन के समय प्रस्फुरक के रूप में इसे काम में लिया जाता है। एन्थ्रासिन रंगहीन है लेकिन पराबैंगनी विकिरणों के प्रभाव में नीले रंग (400–500 नैनोमीटर) की प्रतिदीप्ति देखने को मिलती है।[1]
इतिहास और व्युत्पत्ति
[संपादित करें]कच्चा एन्थ्रासीन (जिसका गलनांक 180° है) की खोज सन् 1832 में जां वाप्तिस्ते ड्यूमा और ऑगस्टे लॉरेंट ने की।[2] उन्होंने इसे कोलतार के क्रिस्टलीकरण से बनाया था जिसे बाद में "एन्थ्रासिन तेल" कहा जाने लगा।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Lindsey, Jonathan; et al. "Anthracene". PhotochemCAD. अभिगमन तिथि: 20 फ़रवरी 2014.
- ↑ विसनियाक, जैमी (2009). "Auguste Laurent: Radical and radicals". एजुकेशन क़्वामिका (अंग्रेज़ी भाषा में). 20 (2): 166–175. डीओआई:10.1016/S0187-893X(18)30023-5. आईएसएसएन 0187-893X. मूल से से 11 नवम्बर 2024 को पुरालेखित।.