उत्तरी चीन का मैदान

उत्तरी चीन का मैदान (सरलीकृत चीनी :华北平原; पारंपरिक चीनी :華北平原; पिनयिन : हुआबेई पिंगयुआन) के नाम से जाना जाता है। यह एक विशाल जलोढ़ मैदान का क्षेत्र है जो पेलियोजीन और नियोजी दरार वाली नदी घाटी के आंतरिक भाग में बना और बाद में पीली नदी के अवसाद से विकसित हुआ। इस क्षेत्र को चीन के सबसे बड़े जलोढ़ मैदान के नाम से जाना जाता है। इसका उत्तरी भाग यानशान पर्वत, पश्चिमी भाग में ताइहांग पर्वत, दक्षिणी भाग में डेबी पर्वत और पूर्वी भाग में पीला सागर तथा बोहाई सागर से घिरा है। पीली नदी इस मैदान से होकर बहती है और अंत में बोहाई सागर में समाहित होती है।
ऐतिहासिक एवं भौगोलिक स्थिति
[संपादित करें]यह क्षेत्र ऐतिहासिक और भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, इसी स्थल को चीनी सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है और हान चीनी समुदाय के लोग यही से अस्तित्व में आये। [1][2]बीजिंग, तियानजिन, जिनान, और झेंग्झौ चीन के मैदानी क्षेत्र है। लुओयांग और कैफ़ेंग चीनी राजवंशों की राजधानी भी इस क्षेत्र में स्थित है।
महत्व
[संपादित करें]उत्तरी चीन का मैदानी भाग उपजाऊ है और यह दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। यहाँ गेहूँ, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, तिल और कपास जैसे प्रमुख कृषि उत्पाद किये जाते हैं। इस क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में खनिज पदार्थ पाये जाते हैं। शेडोंग और शेंगल क्षेत्र में भारी मात्रा में पेट्रोलियम जैसे खनिज पदार्थों का उत्पादन किया जाता है।
जलवायु परिवर्तन
[संपादित करें]मैदानी भाग में सिंचाई और खनिज पदार्थ के व्यापार से होने वाले जलवायु परिवर्तन के कारण इस क्षेत्र में अकास्मिक तापमान में वृद्धि कारण लू की संभावना बढ़ जाती है,जिसके कारण यहाँ के किसानों और मजदूरों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है।[3]
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ चीन के बारे में बुनियादी जानकारी
- ↑ कीकोक ली (24 October 2008). ऊर्ध्वाधर धागे, चीनी भाषा और संस्कृति. Strategic Book Publishing. पपृ॰ 39–40. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-60693-247-6. अभिगमन तिथि 2 नवम्बर 2011.
- ↑ कांग, सुचुल; एल्ताहिर, एलफातिह ए॰ बी॰ (31 जुलाई 2018). "जलवायु परिवर्तन और सिंचाई के कारण उत्तरी चीन के मैदानों में घातक लू का खतरा।". प्रकृतिक संचार. 9 (1): 2894. PMID 30065269. डीओआइ:10.1038/s41467-018-05252-y. पी॰एम॰सी॰ 6068174.