इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
कंपनी प्रकार | सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (व्यापार BSE व NSE पर) |
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आई.एस.आई.एन | INE242A01010 |
उद्योग | पेट्रोलियम |
स्थापित | 1959 |
मुख्यालय | नई दिल्ली, भारत |
प्रमुख लोग | श्रीकांत माधव वैद्य, अध्यक्ष[1] |
उत्पाद | पेट्रोल, डीजल, केरोसीन, एलपीजी, पेट्रोरसायन |
आय | रू. 2474.79 अरब [1] (2008) (US$51.66 अरब) |
शुद्ध आय | US$1.96 अरब (2007) 2006 से 12.9% |
कुल संपत्ति | US$33.64 अरब (2008) |
कुल हिस्सेदारी | US$10.87 अरब (2007) |
कर्मचारियों की संख्या | ~36,217 (2006) |
वेबसाइट | Iocl.com |
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हिन्दी: भारतीय तेल निगम) एक फॉर्च्यून 500 कंपनी (2009 में 105 वें स्थान पर) है जो (भारत सरकार )की सबसे बडी़ एकीकृत तेल शोधन और विपणन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी है।[2] इंडियन ऑयल को सरकार द्वारा महारत्न का दर्जा प्राप्त है। भारत में इसका पेट्रोलियम उत्पादों के विपणन में कुल हिस्सा 47 % और तेल शोधन में 40 % है। भारत की कुल १९ तेल परिशोधिकाओं में से १० इंडियन ऑयल के स्वामित्व के अधीन हैं। [3]
इंडियनऑयल भारत की अग्रणी राष्ट्रीय तेल कंपनी है और इसके व्यापारिक हित समस्त हाईड्रोकार्बन मूल्य शृंखला में व्याप्त हैं- जिसमें तेलशोधन, पाइपलाइन परिवहन और पेट्रोलियम उत्पादों के विपणन से लेकर कच्चे तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन, प्राकृतिक गैस और पेट्रो रसायनों का विपणन शामिल है। फार्च्यून ‘ग्लोबल 500’ सूची में यह अग्रणी भारतीय निगमित कंपनी है जिसे वर्ष 2010 में 125वां स्थान दिया गया था।
34,000 से अधिक सुदृढ़ कार्यबल के साथ, इंडियनऑयल द्वारा भारत की ऊर्जा मांग को पिछले पचास वर्षों से अधिक समय से पूरा करने में सहायता की जा रही है। भारत की ऊर्जा के निगमित विज़न के साथ, इंडियनऑयल द्वारा वर्ष 2009-10 के दौरान 2,71,074 करोड़ रुपये की कुल बिक्री और 10,221 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया गया।
इंडियनऑयल में, प्रचालनों को व्यवसाय आयामों अर्थात् – तेलशोधन, पाइपलाइन, विपणन, अनुसंधान और विकास केंद्र तथा व्यवसाय विकास- ई एण्ड पी, पेट्रो रसायनों और प्राकृतिक गैस के साथ कार्यनीतिक रूप से संरचित किया जाता है। इंडियन ऑयल कॉपोरेसन लिमिटेड का वर्तमान में 70.05 एमएमटीपीए की रिफाइनिंग क्षमता है और देश भर में 15,000 किमी से अधिक पाइपलाइनों का नेटवर्क है। इसके पूरे भारत में 34,000 से अधिक फ्यूल स्टेशन बने हुए हैं, जो प्रतिदिन लगभग 30 मिलियन भारतीयों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करते हैं। विकास के अगले चरण को प्राप्त करने के लिए, इंडियनऑयल वर्तमान में ऊर्ध्वाधर (वर्टिकल) एकीकरण के माध्यम से सुस्थापित मार्ग पर पूरे जोर शोर से आगे बढ़ रही है और अपने डाउनस्ट्रीम प्रचालनों के वैश्वीकरण के अलावा – तेल की खोज और उत्पादन (ई एण्ड पी) में अपस्ट्रीम तथा पेट्रो रसायनों में डाउनस्ट्रीम- और प्राकृतिक गैस विपणन और वैकल्पिक ऊर्जा में अपने सपनों को साकार करने में संलग्न है। श्री लंका, मारिशस तथा संयुक्त राज्य अमीरात (यूएई) में सहायक कंपनियों की स्थापना के बाद, साथ ही साथ इंडियनऑयल एशिया और अफ्रीका के ऊर्जा बाजारों में नए कारोबारी अवसरों की खोज भी कर रही है। इंडियन ऑयल कॉपोरेशन लिमिटेड का हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अनुसंधान एवं विकास केंद्र एशिया के बेहतरीन पेट्रोलियम अनुसंधान एवं विकास में से एक है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 14 अगस्त, 2003 से लेकर फरवरी, 2023 तक कुल बार 5 बोनस शेयर दिए हैं। आईओसी द्वारा घोषित अंतिम बोनस 30 जून, 2022 की पूर्व-तिथि के साथ 1:2 के अनुपात में था।
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "IOC के नए चेयरमैन होंगे श्रीकांत माधव वैद्य, तीन साल से कुछ ज्यादा होगा कार्यकाल". अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2020.
- ↑ "एयर इंडिया को आज से ईंधन की सप्लाई रोक देगा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2020-05-23.
- ↑ Annual report 2017-2018 (PDF). Mumbai: Indian Oil Corporation. मूल (PDF) से 18 अक्तूबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 October 2018.