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आशुतोष (आध्यात्मिक नेता)

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आशुतोष महाराज एक भारतीय आध्यात्मिक उपदेशक व सद्गुरु हैं। उन्हें सादर 'दिव्य गुरु' नाम से भी जाना जाता है। वे गैर-लाभकारी, आध्यात्मिक व सामाजिक संगठन, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) के संस्थापक एवं प्रमुख हैं । आशुतोष महाराज ने वर्षों हिमालय में तप साधना कर सनातन धर्म के परम विज्ञान- 'ब्रह्म ज्ञान' पर सिद्धि हासिल की| वर्तमान में, वे अपने संगठन की विश्वव्यापी शाखाओं द्वारा इसी ब्रह्मज्ञान को प्रसारित कर 'आत्म- जाग्रति से विश्व शांति' के लक्ष्य की ओर कटिबद्ध हैं।[1][2][3][4]

प्रारंभिक जीवन

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आशुतोष महाराज का जन्म 1946 में मधुबनी जिले के लखनौर में एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था।[5] आशुतोष महाराज ने अपने पारिवारिक पद को छोड़ दिया तथा जर्मनी से मास्टर्स पूरा करके वे ब्रह्मज्ञान की खोज में आत्म जाग्रति के लिए अग्रसर हो गए। [6][7] ऐसा माना जाता है कि वे हिमालय, वाराणसी में कई गुरुओं से मिलने गए थे और हमारे ऋषियों ने प्राचीन काल में जो ब्रह्मज्ञान पर अनुसंधान किया था, उसे आशुतोष महाराज ने वर्तमान में अपनी तप-साधना द्वारा सिद्ध किया [8][9]

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान

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आशुतोष महाराज ने 1983 में नूरमहल, पंजाब, भारत में एक गैर-आध्यात्मिक लाभकारी संगठन के रूप में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की स्थापना की।[10] 1991 में नई दिल्ली में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत इसके मुख्यालय को पंजीकृत किया गया था। संगठन के लगभग 30 मिलियन अनुयायी होने का दावा है। इसकी 350 शाखाएँ 15 देशों में फैली हुई हैं। [11] संगठन की वेबसाइट के अनुसार, उनका मिशन है-एक ऐसे विश्व को साकार करना, जहाँ प्रत्येक इकाई आत्मान्वेषण के सनातन विज्ञान- 'ब्रह्म ज्ञान द्वारा सत्य, सद्भावना और न्याय की प्रतिमा बन जाए तथा जिसके प्रभाव से समस्त सामाजिक अपराधों व आतंकों का मूलोच्छेदन हो पाए। [12][9]

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान अपने अनेकों सामाजिक प्रकल्पों के जरिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों व वर्गों में बदलाव लाने हेतु कार्यरत है। आशुतोष महाराज के मार्गदर्शन में सक्रिय ये प्रकल्प इस प्रकार हैं: नेत्रहीनों एवं विक्लांगों के लिए 'अंतरदृष्टि', कैदियों के सुधार एवं पुनर्वास के लिए 'अंतरक्रांति', देसी नसलों की गायों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए 'कामधेनु', अभावग्रस्त बच्चों के समग्र विकास के लिए 'मंथन', लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तिकरण के लिए 'संतुलन', नशा उन्मूलन के लिए 'बोध', पर्यावरण संतुलन के लिए 'संरक्षण', सम्पूर्ण स्वास्थ्य उपचार के लिए 'आरोग्य', प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदा प्रबंधन के लिए 'समाधान', युवाओं को जागृत एवं प्रेरित करने के लिए 'SAM', कॉर्पोरेट जगत के कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए 'PEACE Program।[13][14]

विचारधारा और दर्शन

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आशुतोष महाराज के अनुसार ब्रह्मज्ञान की दीक्षा अध्यात्म का सनातन विज्ञान है। गुरु द्वारा मस्तक पर हाथ रखकर जिज्ञासु की दिव्य दृष्टि उद्घाटित की जाती है। तब वह अपने अंतर्जगत में परमात्मा के प्रकाश का दर्शन या अनुभव करता हैं। इस आंतरिक अनुभूति के बाद ही ध्यान की शुरुआत होती है। इसी ब्रह्मज्ञान की ध्यान-साधना के जरिए मानव में शांति और समाज में क्रांति की नींव रखी जा सकती है। संस्थान के समर्पित सन्यासियों का भी कहना है कि वर्तमान समय में समाज की बिगड़ी दशा का समाधान केवल आध्यात्मिक क्रांति के द्वारा ही संभव है। आशुतोष महाराज कहते हैं कि इस ब्रह्मज्ञान से ही मानव का मन संतुलित हो सकता है और फिर वह व्यक्ति अपने आसपास के वातावरण में भी संतुलन बनाए रखता है।[15]

संस्थान की वेबसाइट के अनुसार ब्रह्मज्ञान को पाने के लिए इच्छुक व्यक्तियों को संस्थान द्वारा आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रमों में सत्संग प्रवचनों को सुनना होता है। अगले चरण में वे संस्थान के संन्यासियों के समक्ष अपने आध्यात्मिक प्रश्नों को रख समाधान प्राप्त करते हैं। इसके पश्चात उन्हें ब्रह्मज्ञान की निःशुल्क दीक्षा प्रदान की जाती है।

सम्मान एवं पुरस्कार

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साल 2017 में भारत की केंद्र सरकार ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की नूरमहल, पंजाब स्थित कामधेनु गोशाला को देश की सर्वोच्च गोशाला का खिताब दिया था। इस गोशाला में देसी नस्ल की गायों, जैसे- साहीवाल, गीर, थारपाकर और कांकरेज की बड़ी वैज्ञानिक पद्दति से देख-रेख की जाती है। गायों का संपूर्ण रिकॉर्ड कंप्यूटराइज्ड किया जाता है।

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संतुलन प्रकल्प को विश्वव्यापी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (आईडब्ल्यूडी) संगठन द्वारा समाज में सार्थक परिवर्तन लाने के लिए 'ग्रासरूट इम्पैक्ट' की श्रेणी के तहत 2019 में 'सर्वश्रेष्ठ अभ्यास के रूप में चुना गया था।[16]

प्रशंसनीय शब्द

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2023 के गुरु पूर्णिमा के आयोजन पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और ह्रदय से दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि वे खुश हैं कि डीजेजेएस मानव सेवा को ध्यान में रखकर हर क्षेत्र में काम कर रहा है। सिंह ने कहा, श्री आशुतोष महाराज ने सर्वोच्च परमार्थ के लक्ष्य के साथ लोगों को एकजुट किया। आशुतोष महाराज ने अपने कार्यों से लोगों को प्रेरित किया।"[4]

2024 के जन्माष्टमी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा, दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी भारत की शुचिता और पवित्रता को बनाए रखने में जो अतुलनीय कार्य कर रहे हैं, उसकी बार-बार प्रशंसा करता हूं।[17]

2024 के जन्माष्टमी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा, दिव्य गुरु आशुतोष महाराज ने इतना बड़ा संगठन खड़ा किया है और उनके हजारों-हजारों भक्त हैं। इस सबके लिए बार बार अभिनंदन।[18]

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी संस्थान के 2023 के जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल हुई और कहा, 'मैं दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान को आध्यात्मिक ज्ञान के क्षेत्र में उनके प्रयासों और योगदान के लिए बधाई देती हूं। यह उल्लेखनीय है कि डीजेजेएस ने आध्यात्मिकता के जरिए जेल के कैदियों को बदल दिया। यह एक कठिन कार्य है। लेकिन डीजेजेएस ने इसे संभव बनाया है और उन्हें सच्चाई के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।[13]

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 'दिव्य गुरु आशुतोष महाराज के मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान भारत और विदेश में समाज सेवा के कार्यों में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है।' [19]

योग गुरु बाबा रामदेव- जिस दिन हमारे जीवन में कोई ब्रह्मज्ञान प्रदाता जागृत संत आ जाता है, अज्ञान के अंधकार का अंत हो जाता है। मैं गौरवान्वित हूं यह कहते हुए कि पूज्य श्री आशुतोष महाराज जी ऐसे ही एक समर्थ गुरु हैं। अतः मैं श्री महाराज जी की दिव्य चेतना को उनके महान भागवत कार्य को प्रणाम करता हूं। ऐसे महापुरुष युगों-युगों के बाद इस धरती के कल्याण के लिए अवतरित होते हैं।[20]

सन्दर्भ

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  1. https://www.bloomsbury.com/in/mahayogi-ashutosh-maharaj-9789386606204/
  2. https://www.business-standard.com/india-news/govt-society-have-to-work-together-to-make-india-developed-nation-rajnath-123070300832_1.html
  3. "'ब्रह्मज्ञान से ही संतुलित होगा मानव मन'". Navbharat Times. Retrieved 2024-10-29.
  4. "ये देश की पहली गौशाला है, जहां रहेगा गाय का वंशज रिकॉर्ड". Amar Ujala. Retrieved 2024-10-28.
  5. "Bihar-born Ashutosh had face-offs with radical Sikhs". Hindustan Times. 29 January 2014. Archived from the original on 8 अगस्त 2014. Retrieved 8 August 2014.
  6. "Bihar JD (U) MLC writes to Punjab CM, wants seer's body back". Hindustan Times. 10 February 2014. Archived from the original on 12 अगस्त 2014. Retrieved 8 August 2014.
  7. "Ashutosh Maharaj: A dead seer kept alive by blind faithfuls in Punjab village". India Today. 5 February 2014. Archived from the original on 10 अगस्त 2014. Retrieved 8 August 2014.
  8. "Police guards Ashutosh dera". The Tribune. 30 August 2002. Archived from the original on 4 मार्च 2016. Retrieved 8 August 2014.
  9. "डीजेजेएस मेगा जन्माष्टमी: केंद्रीय मंत्रियों के साथ मनु भाकर ने सामाजिक बुराइयों से निपटने के लिए मटकी फोड़ कार्यक्रम में लिया भाग - DJJS Mega Janmashtami Manu Bhaker and Union Ministers participated in Matki Phod activity to combat social evils". Jagran. Retrieved 2024-10-29.
  10. "Dead or alive? Mystery shrouds sect head Ashutosh's health". Hindustan Times. 29 January 2014. Archived from the original on 10 अगस्त 2014. Retrieved 8 August 2014.
  11. "मरने के बाद गुरु को शिष्यों ने फ़्रीजर में डाला" (in Hindi). BBC. 13 March 2014. Archived from the original on 5 जून 2014. Retrieved 8 August 2014.{{cite news}}: CS1 maint: unrecognized language (link)
  12. "About Us". DJJS. Archived from the original on 12 अगस्त 2014. Retrieved 8 August 2014.
  13. "Volunteers of PEACE Program spent a day at an old age home in Gurgaon". The Times of India. 2021-09-19. ISSN 0971-8257. Retrieved 2024-10-28.
  14. World, Religion (2017-07-05). "DJJS: Ashutosh Maharaj Vision to Serve Humanity Religion World". Religion World (in अमेरिकी अंग्रेज़ी). Retrieved 2024-10-28.
  15. "Ashutosh Maharaj Ji Master". www.speakingtree.in. Retrieved 2024-10-28.
  16. https://www.totalbhakti.com/guru-jeevan-parichay/item/8219-ashutosh-maharaj-ji?show=jeevan
  17. PTI (2023-07-03). "Govt, society have to work together to make India developed nation by 2047: Rajnath". ThePrint (in अमेरिकी अंग्रेज़ी). Retrieved 2024-10-28.
  18. "From G20 agendas to spiritually charged theatrics, DJJS Grand Janmashtami enthralled Delhiites - Goa Chronicle" (in अमेरिकी अंग्रेज़ी). 2023-09-07. Retrieved 2024-10-28.
  19. Day, International Women's. "Divya Jyoti Jagrati Sansthan in India celebrates women's achievements via IWD awards program". International Women's Day (in अंग्रेज़ी). Retrieved 2024-10-28.
  20. "Press Trust Of India". www.ptinews.com. Retrieved 2024-10-28.