आलेखीय प्रक्षेपण
दिखावट
किसी त्रिबीमीय वस्तु के भागों को समतल धरातल या सीधी रेखा पर निरूपित करने को प्रक्षेपण (Projection) नाम दिया गया है।
आलेखीय प्रक्षेपण (ग्राफिकल प्रोजेक्शन) : यदि सीधी रेखा १ पर स्थित A, B, C, D आदि बिंदुओं से सीधी रेखा पर लंब AA, BB CC आदि डाले जाएँ, तो रेखा १ पर "लंबकोणीय" प्रक्षेप प्राप्त होता है। इसी प्रकार यदि किसी ठोस पिंड के प्रत्येक बिंदु से किसी समतल धरातल पर लंब डाले जाएँ, तो हमें उस पिंड का लंबकोणीय प्रक्षेप उस धरातल पर प्राप्त होता है। यदि लंब रेखाएँ AA, BB, CC, आदि परस्पर समांतर हों, तब यह प्रक्षेप "समांतर प्रक्षेप' कहलाता है, यदि ये सभी रेखाएँ किसी एक बिंदु पर मिलती हों तब इसे केंद्रीय प्रक्षेप कहेंगे।
वर्गीकरण
[संपादित करें]- समान्तर प्रक्षेप (Parallel projection)
- लंबकोणीय प्रक्षेप (Orthographic projection), जिसमें निम्नलिखित प्रक्षेप आते हैं-
- प्लान या 'फ्लोर प्लान)
- एलिवेशन या 'खड़ा नक्षा'
- अनुप्रस्थ काट (Cross section)
- अक्षमितीय प्रक्षेप (Axonometric projection), जिसमें निम्नलिखित प्रक्षेप आते हैं-
- त्रिसमलंबाक्ष प्रक्षेप (Isometric projection)
- द्विमितिक प्रक्षेप (Dimetric projection)
- त्रिमिति प्रक्षेपक (Trimetric projection)
- तिर्यक प्रक्षेप (Oblique projection), जिसमें निम्नलिखित प्रक्षेप आते हैं-
- कैबिनेट प्रक्षेप (Cabinet projection)
- कैवेलियर प्रक्षेप (Cavalier projection)
- लंबकोणीय प्रक्षेप (Orthographic projection), जिसमें निम्नलिखित प्रक्षेप आते हैं-
- संदर्श प्रक्षेपण (Perspective projection)
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