आर एल फ्रांसिस

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आर एल फ्रांसिस

आर एल फ्रांसिस, निर्धन ईसाई मुक्ति आन्दोलन (Poor Chrischian Liberationa Movement) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वे भारत की ईसाई मिशनरियों के बीच व्याप्त भेदभाव और कटुता के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद किये हुए हैं

परिचय[संपादित करें]

निर्धन ईसाई मुक्ति आन्दोलन का विचार है कि चर्च का ध्यान सिर्फ संख्या में इजाफा करने में है, लोगो के जीवन स्तर सुधारने में नहीं। इसका सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण है जो पैसा विदेशो से आता है उसका उपयोग अच्छे जगह पर जमीन खरीदने में या अच्छी जिन्दगी जीने में खर्च कर देते हैं। इसका यह भी मत है कि दलितो और वनवासियों का धर्म-परिवर्तन रोका जाय। धर्म का परिवर्तन करके किसी भी समाज से घट रही बुराईयों को नहीं हटाया जा सकता है। इसके लिए पैसे खर्च होते हैं वह गरीब ईसाईयों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए खर्च किया जाय।

इनका आरोप है कि कुछ लोगो का चर्चों के कार्यकलापों पर अधिकार है बाकी सिर्फ नाम मात्र के ही है। यदि चर्च को भारत ने गरीबी दूर करने के उतनी ही फिक्र है तो जो गरीब ईसाई है उनको वह छात्रवृत्ति क्यों नहीं देती।

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]