आरंग
आरंग Arang | |
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निर्देशांक: 21°11′53″N 81°57′11″E / 21.198°N 81.953°Eनिर्देशांक: 21°11′53″N 81°57′11″E / 21.198°N 81.953°E | |
ज़िला | रायपुर ज़िला |
प्रान्त | छत्तीसगढ़ |
देश | ![]() |
जनसंख्या (2001) | |
• कुल | 16,593 |
भाषा | |
• प्रचलित भाषाएँ | हिन्दी, छत्तीसगढ़ी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
आरंग (Arang) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर ज़िले में स्थित एक नगरपंचायत है। यहाँ से राष्ट्रीय राजमार्ग ५३ गुज़रता है।[1][2]
विवरण[संपादित करें]
महानदी के तट पर स्थित आरंग एक प्राचीन, पौराणिक तथा ऐतिहासिक नगरी है। प्राचीन काल में यहाँ पर कलचुरी नरेश मोरध्वज का राज्य था। मोरध्वज का एक ही पुत्र ताम्रध्वज था जिसे श्री कृष्ण ने मोरध्वज को आरा से चीरने का आदेश दिया था। इसीलिये इस नगरी का नाम आरंग पड़ा। रायपुर जिले में सिरपुर तथा राजिम के बीच महानदी के किनारे बसे इस छोटे से नगर को मंदिरों की नगरी कहते हैं। यहां के प्रमुख मंदिरों में 11वीं-12वीं सदी में बना भांडदेवल मंदिर है। यह एक जैन मंदिर है। इसके गर्भगृह में तीन तीर्थकरों की काले ग्रेनाइट की प्रतिमाएं हैं। महामाया मंदिर में 24 तीर्थकरों की दर्शनीय प्रतिमाएं हैं। बाग देवल, पंचमुखी महादेव, पंचमुखी हनुमान तथा दंतेश्वरी देवी मंदिर यहां के अन्य मंदिर हैं जो दर्शनीय हैं।[3]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "Inde du Nord - Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 3 जुलाई 2019 at the वेबैक मशीन.," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Pratiyogita Darpan Archived 2 जुलाई 2019 at the वेबैक मशीन.," July 2007
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 10 जनवरी 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 मार्च 2008.