इस जीवनी लेख में सत्यापन हेतु अतिरिक्त सन्दर्भों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इस लेख को बेहतर बनाने में मदद करें। जीवित व्यक्तियों के बारे में विवादास्पक सामग्री जो स्रोतहीन है या जिसका स्रोत विवादित है तुरंत हटाई जानी चाहिये, खासकर यदि वह मानहानिकारक अथवा नुकसानदेह हो।(जनवरी 2017)
इस लेख का परिचय अपर्याप्त संदर्भ प्रदान करता है उन लोगों के लिए जो इस विषय के साथ अपरिचित हैं। लेख को बेहतर बनाने में मदद करे अच्छी परिचयात्मक शैली से। (जनवरी 2017)
इस लेख में विश्वसनीय तृतीय पक्ष प्रकाशित सामग्री से संदर्भ की आवश्यकता है। प्राथमिक स्रोत या विषय से संबद्ध स्रोत आम तौर पर विकिपीडिया लेख के लिये पर्याप्त नहीं होते। कृपया विश्वसनीय स्रोतों से उचित उद्धरण जोड़ें।
श्री आत्माराम गोविन्द खेर का जन्म दिनांक 25 सितंबर 18 94 को गुरसराय जिला झांसी में हुआ था श्री। श्री खेर ने बीए,एलएल.बी तक की शिक्षा इलाहाबाद तथा वाराणसी विश्वविद्यालय में हुई। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 के लागू होने के पश्चात वर्ष 1937 में प्रथम बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। श्री आत्माराम गोविन्द खैर को उत्तर प्रदेश विधानसभा में तीन बार माननीय अध्यक्ष पद को सुशोभित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ श्री खेर प्रथम बार 20 मई 1952 को दूसरी बार 10 अप्रैल 1957 को व 17 मार्च 1969 को विधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। बे पंडित गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रिमंडल में सभा सचिव एवं स्वास्थ्य स्वायत्त शासन मंत्री से संबंध रहे। श्री आत्माराम गोविन्द खेर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। श्री खेर ने प्रारंभ में अपनी योग्यता व बुद्धिमानी सेे संसदीय प्रक्रिया ब राज्य विधानमंडल में जिन नियमों को आधार बनाया वे संसदीय जनतंत्र के इतिहास में आगे चलकर प्रकाश स्तंभ साबित हुए। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं संगीतज्ञ भी थे। श्री आत्माराम गोविन्द खेर का निधन दिनांक 4 जनवरी 1982 को हो गया।