आख्यान (गुजराती)

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आख्यान एक पारम्परिक संगीत रंगमंच तथा गुजराती और राजस्थानी कविता की एक मध्ययुगीन शैली थी। यह मुख्य रूप से भारत के गुजरात और राजस्थान राज्यों में प्रचलित था।

आख्यान में प्रायः कोई कथा सुनाने वाला कोई धार्मिक कथा सुनाता है और उसके साथ संगीत और अभिनय भी करता है। कथा सुनाने वाले को माणभट्ट या गगरियाभट्ट कहते हैं। वह हाथ की अंगुलियों में सोने या ताँबे की अंगूठी पहने होता था जिसे किसी उल्टा रखे घड़े या धातु के बने गागर पर ठोककर ध्वनि निकालता है। इसके साथ ही झांझ, पखावज, तबला और हार्मोनियम का भी प्रयोग होते हैं।

आख्यान में रामायण, महाभारत, या भागवत से ली गयी कथा होती है। कभी-कभी नरसी मेहता से सम्बन्धित कथाएँ भी होतीं हैं।

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]