आइसोसायनिक अम्ल

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आइसोसायनिक अम्ल
आईयूपीएसी नाम आइसोसायनिक अम्ल (Isocyanic acid)
पहचान आइडेन्टिफायर्स
सी.ए.एस संख्या [75-13-8][CAS]
पबकैम 6347
रासा.ई.बी.आई 29202
SMILES
InChI
कैमस्पाइडर आई.डी 6107
गुण
आण्विक सूत्र HNCO
मोलर द्रव्यमान 43.03 g/mol
दिखावट Colorless liquid or gas (b.p. near room temperature)
घनत्व 1.14 g/cm3 (20 °C)
गलनांक

-86 °C, 187 K, -123 °F

क्वथनांक

23.5 °C, 297 K, 74 °F

जल में घुलनशीलता Dissolves
 घुलनशीलता Soluble in benzene, toluene, ether
खतरा
Main hazards Poisonous
जहां दिया है वहां के अलावा,
ये आंकड़े पदार्थ की मानक स्थिति (२५ °से, १०० कि.पा के अनुसार हैं।
ज्ञानसन्दूक के संदर्भ

आइसोसायनिक अम्ल (Isocyanic acid) एक कार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र HNCO है। इसको सन् १८३० में वोलर (Wohler) और लीबिग ने ज्ञात किया था।[1] यह रंगहीन, वाष्पशील तथा विषैला पदार्थ है। इसका क्वथनांक 23.5 °C होता है।

इसके निर्माण की सबसे सरल विधि इसके बहुलकीकृत रूप सायन्यूरिक अम्ल (cyanuric acid) को कार्बन डाईऑक्साइड की उपस्थिति में आसवन करके तथा इससे प्राप्त वाष्पों को हिमकारी मिश्रण (freezing mixture) में संघनित करके इकट्ठा करने की है। यह बहुत ही तीव्र वाष्पशील द्रव पदार्थ है जो ० डिग्री सेल्सियस से नीचे ही स्थायी रहता है तथा इसकी अम्लीय अभिक्रिया काफी तीव्र होती है। इसमें ऐसीटिक अम्ल की सी गंध होती है। ० डिग्री सेल्सियस पर यह बहुलकीकृत होकर सायन्यूरिक अम्ल (CNOH)2 बनाता है। हाइड्रोसायनिक अम्ल या मरक्यूरिक सायनाइड पर क्लोरीन की अभिक्रिया से सायनोजन क्लोराइड (CN Cl) बनता है जो वाष्पशील विषैला द्रव है और जहरीली गैस के रूप में प्रयुक्त होता है।

HCNO के दो चलावयवीय (tautomeric) रूप होते हैं।

H-O-C≡N (सायनिक अम्ल या हाइड्रोजन सायनेट)
O = C = N-H (आइसोसायनिक अम्ल)


सामान्य रूप का ऐस्टर नहीं मिलता परंतु आइसोसायनेट के ऐस्टर ऐल्किल हैलाइड पर सिलवर सायनेट की अभिक्रिया से प्राप्त होते हैं।

R-X + AgN = C = O --> R- N = C = O + AgX

इनमें एथिल आइसोसायनेट (C2 H5 N C O) प्रमुख है और बड़े काम का है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर

इन्हें भी देखें[संपादित करें]