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अल-इन्फ़ितार

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सूराअल-इन्फ़ितार: जिसे "विभाजन" और "विभाजन" के रूप में भी जाना जाता है) कुरान का 82वाँ सूरा है। इसमें 19 आयत हैं। इस अध्याय का नाम 'अल-इंफ़ितार' इसलिए रखा गया है क्योंकि इस अध्याय की पहली आयत में 'अनफ़तारत' शब्द है। इन्फ़ितार का अर्थ है 'अलग-अलग होना'। इस अध्याय में 'अनफ़तारत' शब्द का इस्तेमाल क़यामत के दिन आसमान के फटने का वर्णन करने के लिए किया गया है। यह अध्याय (अल-इंफ़ितार), अध्याय अत-तकवीर और अल-इंशिकाक के साथ 'क़यामत के दिन' के बारे में विस्तृत विवरण प्रदान करता है।[1][2]

  • 1-5 न्याय के दिन के संकेत
  • 6-9 मनुष्य का अपने सृष्टिकर्ता पर विस्मयकारी अविश्वास
  • 10-12 संरक्षक स्वर्गदूत मनुष्यों के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं
  • 13-16 न्याय के समय धर्मी को पुरस्कार और दुष्ट को दण्ड दिया जाएगा
  • 17-19 क़यामत के दिन अल्लाह की इजाज़त के बिना कोई सिफ़ारिश करनेवाला नहीं होगा

इस सूरा का अनुवाद डॉ॰मोहसिन ने अंग्रेजी में किया है:

अल-अल-इन्फ़ितार ईश्वर के नाम पर, जो दयावान है:-

जब जन्नत टुकडो में टूट जाता है; (1) जब तारे गिर कर बिखर जाते हैं; (2) और जब सागर आगे से फट जाते हैं; (3)और जब कब्रें उलटी होकर्, अन्दर वाले बाहर आ जाते हैं; (4)तब एक व्यक्ति को पता चलता है, कि उसके साथ क्या भेजा गया है और क्या पीछे छूट गया है (अच्छे और बुरे कर्मों में से) (5) हे मानव! वह क्या है, जिसने तुझे अपने उस उदार ईश्वर के प्रति लापरवाह बना दिया है? (6) किसने तुझे सजित किया, यह परिपूर्ण आकृति दी और तेरा अधिकृत अंश तुझे दिया; (7) जिस भी रूप में उन्होंने ध्यान दिया, उसने आपको एक साथ रखा। (8)अस्वीकार! लेकिन आप विज्ञापन-दीन (यानी रिकॉम्पेंस का दिन) से इनकार करते हैं। (9) लेकिन वास्तव में, आपके ऊपर (मानव जाति के प्रभारी स्वर्गदूत नियुक्त हैं) आपको देखने के लिए , (10)किरामुन, कातीबून ने (अपने कर्मों को) लिखकर, (11)वे सब जानते हैं जो आप करते हैं। (12)वास्तव में, Abrâr (पवित्र और धर्मी) डिलाईट (स्वर्ग) में होगा; (13)और वास्तव में, फुजजेर (दुष्ट, अविश्वासियों, बहुपत्नी पापियों और बुराई करने वालों) धधकती आग (नर्क), (14) में होगा उसमें वे प्रवेश करेंगे, और रिकॉम्पेंस के दिन इसकी जलती हुई लौ का स्वाद लेंगे, (15)और वे (अल-फुजाज) अनुपस्थित नहीं होंगे। (16)और आपको क्या पता चलेगा कि रिकॉम्पेंस का दिन क्या है? (17)फिर, क्या आपको पता चलेगा कि रिकम्पेनेंस का दिन क्या है? (18)(यह वह दिन होगा) जब किसी व्यक्ति के पास दूसरे के लिए कुछ भी करने की शक्ति (करने के लिए) नहीं होगी, और निर्णय, वह दिन, अल्लाह के साथ (पूर्ण) होगा। (19)

इन्हें भी देखें

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सूरा

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अत-तकविर
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अल-मुतफ्फिफिन
सूरा 82 - अल-इन्फ़ितार

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सन्दर्भ

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  1. "Translation of the meanings Surah Al-Infitār - Hindi translation - Azizul Haq Al-Omari". The Noble Qur'an Encyclopedia (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 2025-06-11.
  2. सूरा अल- इन्फितार,(अनुवादक: मौलाना फारूक़ खाँ), भाष्य: मौलाना मौदूदी. अनुदित क़ुरआन - संक्षिप्त टीका सहित. p. 954.

बाहरी कडि़याँ

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आधार क़ुरआन
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