गुरु अमर दास
(अमर दास से अनुप्रेषित)
गुरु अमर दास | |
---|---|
![]() गुरु अमर दास - गोइंदवाल | |
धर्म | सिख धर्म |
व्यक्तिगत विशिष्ठियाँ | |
जन्म |
अमर दास 5 मई 1479 बसारके, पंजाब, भारत[1] |
निधन |
1 सितम्बर 1574 गोइंदवाल साहिब, पंजाब, भारत | (उम्र 95)
जीवनसाथी | मंसा देवी |
बच्चे |
भाई मोहन (1507 - 1567) भाई मोहरी (1514 - 1569) बीबी दानी (1526 - 1569) बीबी भानी (1532 - 1598) |
पद तैनाती | |
कार्यकाल | 1552–1574 |
पूर्वाधिकारी | गुरु अंगद |
उत्तराधिकारी | गुरु राम दास |
![]() |
सिख सतगुरु एवं भक्त |
---|
सतगुरु नानक देव · सतगुरु अंगद देव |
सतगुरु अमर दास · सतगुरु राम दास · |
सतगुरु अर्जन देव ·सतगुरु हरि गोबिंद · |
सतगुरु हरि राय · सतगुरु हरि कृष्ण |
सतगुरु तेग बहादुर · सतगुरु गोबिंद सिंह |
भक्त कबीर जी · शेख फरीद |
भक्त नामदेव |
धर्म ग्रंथ |
आदि ग्रंथ साहिब · दसम ग्रंथ |
सम्बन्धित विषय |
गुरमत ·विकार ·गुरू |
गुरद्वारा · चंडी ·अमृत |
नितनेम · शब्दकोष |
लंगर · खंडे बाटे की पाहुल |
अमर दास या गुरू अमर दास सिखों के तीसरे गुरु थे।
जीवनी[संपादित करें]
गुरु अमर दास का जन्म 5 मई 1479 को बसारके गाँव में हुआ जो वर्तमान में भारतीय राज्य पंजाब के अमृतसर जिले में आता है। उनके पीता का नाम तेज भान भल्ला और माँ का नाम भक्त कौर (जिन्हें लक्ष्मी और रूप कौर के नाम से भी जाना जाता है) था। उनका विवाह मंसा देवी से हुआ और उनके चार बच्चे थे जिनके नाम मोहरी, मोहन, दानी और भानी था।[1]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ अ आ कुशवंत सिंह. "Amar Das, Guru (1479-1574)". एन्साइक्लोपीडिया ऑफ़ सिखिज्म. पंजाब विश्वविद्यालय पटियाला. अभिगमन तिथि 4 अगस्त 2021.