अमरारामम मंदिर
| अमरारामम | |
|---|---|
अमरेश्वर स्वामी मंदिर | |
| धर्म संबंधी जानकारी | |
| सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
| देवता | शिव |
| त्यौहार | महा शिवरात्रि, कार्तिक पूर्णिमा |
| अवस्थिति जानकारी | |
| अवस्थिति | अमरावती |
| ज़िला | पलनाडु |
| राज्य | आंध्र प्रदेश |
| देश | भारत |
| भौगोलिक निर्देशांक | 16°34′52″N 80°21′32″E / 16.580990°N 80.358946°Eनिर्देशांक: 16°34′52″N 80°21′32″E / 16.580990°N 80.358946°E |
| वास्तु विवरण | |
| प्रकार | द्रविड़ वास्तुकला |
| स्थापित | 11वीं शताब्दी |
| आयाम विवरण | |
| मंदिर संख्या | 1 |
| अभिलेख | तेलुगु और संस्कृत |
| अवस्थिति ऊँचाई | 31.4 मी॰ (103 फीट) |
अमरारामम मंदिर, जिसे अमरेश्वर मंदिर या अमरलिंगेश्वर मंदिर भी कहा जाता है, भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के पालनाडु जिले में स्थित एक पवित्र हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अमरावती नगर में स्थित है, जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। अमरारामम, प्रसिद्ध पंचराम क्षेत्रों में से एक है — ये पाँच अत्यंत पवित्र शिव मंदिर हैं जो दक्षिण भारत में भगवान शिव की उपासना के महत्वपूर्ण केंद्र माने जाते हैं।
इस मंदिर की विशेषता यह है कि यह अन्य पंचराम मंदिरों की तुलना में गोदावरी नदी के बजाय कृष्णा नदी के तट पर स्थित है, जिससे इसकी आध्यात्मिक गरिमा और भौगोलिक विशेषता और भी अधिक बढ़ जाती है। मंदिर के गर्भगृह में स्थापित 15 फुट ऊँचा सफेद संगमरमर का शिवलिंग अत्यंत भव्य है, और यहां पुजारी एक ऊंचे मंच पर खड़े होकर प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। मंदिर के मुख्य देवता भगवान अमरेश्वर हैं, जो यहां अपनी पत्नी बाला चामुंडिका के साथ विराजमान हैं।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Chitra Ramaswamy (29 June 2017). "Five for peace". The Hindu. अभिगमन तिथि: 7 October 2017.