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अफ़लातूनी स्नेह

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अफ़लातून अपने अनुयायियों के साथ

अफ़लातूनी स्नेह, प्लेटोनीय स्नेह या प्लेटोनीय प्रेम[1] का शब्द एक ऐसे प्यार या नज़दीकी सम्बंध के किए प्रयोग किया जाता है जिसमें यौन-सम्बंध की कल्पना न हो। इस का संकेत सफ़ेद गुलाब है। इस शब्द को प्राचीन काल के फ़लसफ़ी अफ़लातून के नाम पर रखा गया है, हालाँकि इस शब्द का स्वयं उन्होंने कभी प्रयोग नहीं किया। अफ़लातूनी स्नेह की कल्पना जैसे कि अफ़लातून ने की है, ज्ञान के प्रति बढ़ती नज़दीकी सतहों और वास्तविक सौंदर्य से सम्बंधित है जिसमें व्यक्तिगत शरीरों की वासना पर आधारित आकर्षण के बजाय आत्माओं के जुड़ने और अंततः सच्चाई के साथ एक होने पर बल दिया गया था। यह प्राचीन और दार्शनिक विवेचना है। [2] अफ़लातूनी स्नेह को कई बार रूमानी स्नेह के विलोम शब्द के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

किसी शिक्षा संस्थान में विपरीत लिंग के विद्यार्थी और उसी प्रकार से कार्यस्थल पर सहकर्मी एक दूसने प्रति सकारात्मक स्नेह और चिंतन कर सकते हैं। परन्तु अधिकांशत: इसके पीछे वासना की कोई भावना नहीं होती है और न ही किसी प्रकार के सम्बंध बनाने की इच्छा। इस प्रकार से यह नज़दीकी से निर्विवाद और लोगों के बीच बिना किसी शंका के काम करने और परस्पर सहयोग का वातावरण सम्भव हो सकता है।

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. "8.60: When not to capitalize". The Chicago Manual of Style (16th [electronic] संस्करण). Chicago University Press. 2010.
  2. Mish, F (1993). Merriam-Webster's collegiate dictionary: Tenth Edition. Springfield, MA: Merriam-Webster, Incorporated. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 08-7779-709-9.