अपमान की आग
दिखावट
अपमान की आग | |
---|---|
अपमान की आग का पोस्टर | |
निर्देशक | तालुकदार्स |
लेखक |
तालुकदार्स तनवीर खान (संवाद)[1] |
निर्माता | विजय के. रंगलानी |
अभिनेता |
गोविन्दा सोनम |
संगीतकार | नदीम-श्रवण |
प्रदर्शन तिथि |
21 दिसम्बर 1990 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
अपमान की आग 1990 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।
संक्षेप
[संपादित करें]डोंग्री, बॉम्बे में एक चॉल में रहने वाला विक्रांत नारायण सिंह अमीर होने का सपना देखता है। वह विधुर और सेवानिवृत्त कर्नल सूर्यदेव सिंह की एकमात्र बच्ची मोना से प्यार करता है और अपने गांव स्थित विधवा मां को पैसा भेजता है। होटल में मोना के जन्मदिन का जश्न मनाते हुए, उसे जे.डी चौधरी और मोंटी नागपाल द्वारा अपमानित और हमला किया जाता है। वह पुलिस में शिकायत दर्ज करने का फैसला करता है। यह निर्णय उसके जीवन को हमेशा के लिए बदल देता है। उसको मोना से भी अलग कर देता है, साथ ही साथ उसे मोंटी के पिता की अध्यक्षता में अंडरवर्ल्ड में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- गोविन्दा - विक्रांत 'विक्की' नारायण सिंह
- गुलशन ग्रोवर - जे.डी. चौधरी
- कादर ख़ान - सेवानिवृत्त कर्नल सूर्यदेव सिंह
- किरन कुमार - कैलाश
- रज़ा मुराद - नागपाल
- सतीश शाह - मोंटी नागपाल
- सोनम - मोना सिंह
- विक्रम गोखले - पुलिस आयुक्त एस.आर. चौधरी
- अरुणा ईरानी - विक्रांत की माँ
संगीत
[संपादित करें]- संगीतकार - नदीम श्रवण
शीर्षक | गायक | गीतकार |
---|---|---|
आज प्यार हो जाने दे | अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | अनवर सागर |
देख फुलझड़ी | कुमार सानु | हसरत जयपुरी |
दिया दिया दिल दिया | अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | अनवर सागर |
बदली बदली चाल है | अमित कुमार | समीर |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "नहीं रहे लेखक- निर्देशक तनवीर खान, गोविंदा से लेकर जॉन-बिपाशा और कंगना तक को किया डायरेक्ट". दैनिक जागरण. 20 दिसम्बर 2017. मूल से 15 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जुलाई 2018.