सामग्री पर जाएँ

अनुवाद की समतुल्यता

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

जे.सी. केटफोर्ड ने अनुवाद की परिभाषा देते हुए कहा है कि

स्रोत भाषा की सामग्री का लक्ष्य भाषा की समतुल्य पाठ्य सामग्री द्वारा प्रतिस्थान (replacement) ही अनुवाद है।
( Translation is the replacement of textual material in one language by equivalent textual material in another language.)

मूल भाषा को लक्ष्य भाषा में अर्थ और शैली दोनों दृष्टि से समतुल्य होना चाहिए ।

समतुल्यता का सिद्धान्त अनुवाद सिद्धान्तों में अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। कैटफोर्ड इस सिद्धांत के प्रवर्तक माने जाते हैं। कैटफोर्ट का मानना था कि स्रोत भाषा की पाठ्यसामग्री को लक्ष्य भाषा की सभ्यता में स्थापित करना ही अनुवाद है। इन्होंने अनुवाद के क्षेत्र में गंभीरता से विचार करते हुए योजना एवं समतुल्यता के सिद्धांत का प्रतिपादन किया। सूक्ष्मता से विचार करने पर ज्ञात होता है कि विभिन्न भाषाओं में शत-प्रतिशत समतुल्यता संभव नहीं। अतः अनुवाद में भी उतनी समतुल्यता नहीं हो सकती। अच्छा अनुवाद मूल के निकट हो सकता है मूल नहीं। यह तभी संभव है जब अनुवादक को स्रोत भाषा और लक्ष्य भाषा दोनों का अच्छा ज्ञान होता हो। समतुल्यता के लिए अनुवादक को अन्य विषय का भी पर्याप्त ज्ञान होना चाहिए। यह अनुवादक का अत्यंत अपेक्षित गुण है। जिससे अनुवाद मूल के निकट जाकर मूल की ही भांति प्रतीत हो सके।

समतुल्यता के विभिन्न स्तर

[संपादित करें]

अनुवाद की समतुल्यता निम्नलिखित स्तरों पर देखी जा सकती है:-

ध्वनि स्तर पर समतुल्यता

संज्ञावाचक शब्दों में ध्वनियों का लिप्यंतरण लक्ष्य भाषा में उस शब्द का उच्चारण बिल्कुल स्रोत भाषा जैसा ही लिखना चाहिये। उदाहरणार्थ जैसे फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति Mitterand को मिटरैंड न लिखकर “मित्तरां“ लिखा जाना चाहिए।

शाब्दिक स्तर पर समतुल्यता

कुछ शब्दों के लिए लक्ष्य भाषा में पर्याय बना दिए गए हैं, ऐसे शब्दों के लिये उन्हीं मानक पर्यायों का उपयोग किया जाना चाहिये, उदाहरणार्थ Atom के लिये परमाणु Electricity के लिये विद्युत अथवा बिजली और Finance के लिए वित्त शब्द तय किया गया है।

पद स्तर पर समतुल्यता

एक से अधिक शब्दों के समूह को पद कहते हैं। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए कि पद का पर्याय लक्ष्य भाषा की संरचना एवं प्रकृति से भिन्न न हो अन्यथा अर्थ का अनर्थ होने की पूर्ण सम्भावना रहती है। उदाहरणार्थ जैसे Partial modification का अनुवाद “आंशिक आशोधन“ होगा। इसी तरह “Capital Punishment” का अर्थ “पूंजी दंड“ न होकर ”मृत्यु दंड“ होगा।

वाक्य के स्तर पर समतुल्यता

संपूर्ण वाक्य को समग्र रुप से समझते हुए लक्ष्य भाषा की व्याकरणिक संरचना को पूर्ण रूप से ध्यान में रखकर ही उसका पर्याय दिया जाना चाहिए। उदाहरणार्थ जैसे This action will be liable to criticism. उसकी कार्रवाई की आलोचना अवश्य होगी।

प्रकार्य (function) के स्तर पर समतुल्यता

जिस तरह नाटकों में विभिन्न संवादों का भिन्न-भिन्न प्रयोजन होता है उसी तरह किसी शब्द, पद, वाक्य का भाषा की दृष्टि से एक विशेष प्रयोजन होता है। उदाहरणार्थ जैसे स्रोत भाषा में किसी संवाद का प्रयोजन पाठक में त्रासदी (Tragedy) का भाव उत्पन्न करना होता है और अनुवाद करने पर पाठक में उसका भाव त्रासदी के बजाय कॉमदी (Comedy) होता है, तो ऐसी स्थिति में यहां अनुवाद पर प्रश्न चिन्ह लग जाएगा। यदि “मेरा सिर चकरा रहा है” का अंग्रेजी अनुवाद My head is circling या eating circle किया जाये तो यह हास्यस्पद होगा।

प्रोक्ति स्तर पर समतुल्यता

ध्वनि, शब्द, पद तथा वाक्य स्तर पर समतुल्यता कायम रखते हुए अंतत: प्रोक्ति के स्तर पर भी समतुल्यता कायम करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

सन्दर्भ

[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]