अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार अथवा फ़्यूनरल (funeral) शव के अंतिम संस्कार से जुड़ा समारोह होता है जिसमें सम्बंधित रीति रिवाज के साथ दफ़नाना या दाह संस्कार का कार्य किया जाता है।[1] मृतक को याद करने और उसका सम्मान करने के लिए अंतिम संस्कार के रीति-रिवाजों में विभिन्न विश्वासों और प्रथाओं का समूह शामिल होता है। इसमें दफ़नाने/दाह से लेकर उसके सम्मान में किए जाने वाले विभिन्न अनुष्ठान, प्रार्थनायें और स्मारक निर्माण शामिल होते हैं। अलग-अलग संस्कृतियों और धार्मिक समूहों के मध्य रीति रिवाज अलग-अलग होते हैं और इसमें कानूनी व मानदण्ड भी शामिल होते हैं। इसके सामान्य धर्मनिरपेक्ष कार्यों में शोक मनाना, आश्रितों और रिश्तेदारों के प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करना व मृतक के जीवन का गुणगान करना शामिल है। धार्मिक पहलुओं में मृतक की आत्मा को परलोक, पुनरुज्जीवन और पुनर्जन्म में मदद करना शामिल होता है।
शब्द की व्युत्पति
[संपादित करें]अंग्रेज़ी शब्द फ़्यूनरल लेटिन शब्द फुनुस (funus) से बना है जिसके शव और अंतिम संस्कार की रस्मों को शामिल करने वाले विभिन्न अर्थ हैं।
हिन्दी शब्द अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार होने वाले 16 संस्कारों में से अंतिम होने से है। इसके लिए अन्य शब्द अंत्येष्टि भी काम में लेते हैं जो संस्कृत भाषा से व्युत्पन्न है।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "funeral". ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. दूसरा संस्करण. 1989.
- ↑ "Antyeshti Sanskar: हिंदू धर्म का आखिरी संस्कार है अन्त्येष्टि क्रिया, जानें क्या है इस संस्कार का महत्व - Antyeshti Sanskar know what is the importance of this rite and how to do that". दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि 2025-01-31.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]विकिमीडिया कॉमन्स पर अंतिम संस्कार से सम्बन्धित मीडिया