दिल्ली की संस्कृति

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दिल्ली हाट में प्रदर्शित परंपरागत पॉटरी उत्पाद।

दिल्ली की संस्कृति यहां के लंबे इतिहास और भारत की राजधानी रूप में ऐतिहासिक स्थिति से पूर्ण प्रभावित रहा है। यह शहर में बने कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों से विदित है। भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग ने दिल्ली शहर में लगभग १२०० धरोहर स्थल घोषित किए हैं, जो कि विश्व में किसी भी शहर से कहीं अधिक है।[1] और इनमें से १७५ स्थल राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किए हैं।[2] पुराना शहर वह स्थान है, जहां मुगलों और तुर्क शासकों ने कई स्थापत्य के नमूने खडए किए हैं, जैसे जामा मस्जिद (भारत की सबसे बड़ी मस्जिद)[3] और लाल किला। दिल्ली में फिल्हाल तीन विश्व धरोहर स्थल हैं – लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायुं का मकबरा[4] अन्य स्मारकों में इंडिया गेट, जंतर मंतर (१८वीं सदी की खगोलशास्त्रीय वेधशाला), पुराना किला (पांडवों द्वारा बनाया गया). बिरला मंदिर, अक्षरधाम मंदिर और कमल मंदिर आधुनिक स्थापत्यकला के उदाहरण हैं। राज घाट में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी तथा निकट ही अन्य बड़े व्यक्तियों की समाधियां हैं। नई दिल्ली में बहुत से सरकारी कार्यालय, सरकारी आवास, तथा ब्रिटिश काल के अवशेष और इमारतें हैं। कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण इमारतों में राष्ट्रपति भवन, केन्द्रीय सचिवालय, राजपथ, संसद भवन और विजय चौक आते हैं। सफदरजंग का मकबरा और हुमायुं का मकबरा मुगल बागों के चार बाग शैली का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

दिल्ली के राजधानी नई दिल्ली से जुड़ाव और भूगोलीय निकटता ने यहां की राष्ट्रीय घटनाओं और अवसरों के महत्व को कई गुणा बढ़ा दिया है। यहां कई राष्ट्रीय त्यौहार जैसे गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गाँधी जयंती खूब हर्षोल्लास से मनाए जाते हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस पर यहां के प्रधान मंत्री लाल किले से यहां की जनता को संबोधित करते हैं। बहुत से दिल्लीवासी इस दिन को पतंगें उड़ाकर मनाते हैं। इस दिन पतंगों को स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है।[5] गणतंत्र दिवस की परेड एक वृहत जुलूस होता है, जिसमें भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन होता है।[6][7]

यहां के धार्मिक त्यौहारों में दीवाली, होली, दशहरा, दुर्गा पूजा, महावीर जयंती, गुरु परब, क्रिसमस, महाशिवरात्रि, ईद उल फितर, बुद्ध जयंती लोहड़ी पोंगल और ओड़म जैसे पर्व हैं।[7] कुतुब फेस्टिवल में संगितकारों और नर्तकों का अखिल भारतीय संगम होता है, जो कुछ रातों को जगमगा देता है। यह कुतुब मीनार के पार्श्व में आयोजित होता है।[8] अन्य कई पर्व भी यहां होते हैं: जैसे आम महोत्सव, पतंगबाजी महोत्सव, वसंत पंचमी जो वार्षिक होते हैं। एशिया की सबसे बड़ी ऑटो प्रदर्शनी: ऑटो एक्स्पो[9] दिल्ली में द्विवार्षिक आयोजित होती है। प्रगति मैदान में वार्षिक पुस्तक मेला आयोजित होता है। यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पुस्तक मेला है, जिसमें विश्व के २३ राष्ट्र भाग लेते हैं।[10] दिल्ली को उसकी उच्च पढ़ाकू क्षमता के कारण कभी कभि विश्व की पुर्तक राजधानी भी कहा गया है।[11]

ऑटो एक्स्पो, एशिया का सबसे बड़ा ऑटो प्रदर्शनी अवसर है।[9], जो कि प्रगति मैदान में द्विवार्षिक आयोजित होता है।

पंजाबी और मुगलई खान पान जैसे कबाब और बिरयानी दिल्ली के कई भागों में प्रसिद्ध हैं।[12][13] दिल्ली की अत्यधिक मिश्रित जनसंख्या के कारण भारत के विभिन्न भागों के खानपान की झलक मिलती है, जैसे राजस्थानी, महाराष्ट्रियन, बंगाली, हैदराबादी खाना और दक्षिण भारतीय खाने के आइटम जैसे इडली, सांभर, दोसा इत्यादि बहुतायत में मिल जाते हैं। इसके साथ ही स्थानीय खासियत, जैसे चाट इत्यादि भी खूभ मिलती है, जिसे लोग चटकारे लगा लगा कर खाते हैं। इनके अलावा यहां महाद्वीपीय खाना जैसे इटैलियन और चाइनीज़ खाना भी बहुतायत में उपलब्ध है।

इतिहास में दिल्ली उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापार केन्द्र भी रहा है। पुरानी दिल्ली में अभी भी अपने गलियों में फैले बाज़ारों और पुरानी मुगल धरोहरों में इन व्यापारिक क्षमताओं का इतिहास छुपा कर रखा है।[14] पुराने शहर के बाजारों में हर एक प्रकार का सामान मिलेगा। तेल में डूबे चटपटे आम, नींबू, आदि के अचारों से लेकर मंहगे हीरे जवाहरात, जेवर तक; दुल्हन के अलंकार, कपड़ों के थान, तैयार कपड़े, मसाले, मिठाइयाँ और क्य नहीं?[14] कई पुरानी हवेलियाँ इस शहर में अभी भी शोभा पा रही हैं और इतिहास को संजोए शान से खड़ी है।[15] चांदनी चौक, दिल्ली, जो कि यहां का तीन शताब्दियों से भी पुराना बाजार है, दिल्ली के जेवर, ज़री साड़ियों और मसालों के इए प्रसिद्ध है।[16] दिल्ली की प्रसिद्ध कलाओं में से कुछ हैं यहां के ज़रदोज़ी (सोने के तार का काम, जिसे ज़री भी कहा जाता है) और मीनाकारी (जिसमें पीतल के बर्तनों इत्यादि पर नक्काशी के बीच रोगन भरा जाता है। यहां की कलाओं के लिए बाजार हैं प्रगति मैदान, दिल्ली, दिल्ली हाट, हौज खास, दिल्ली- जहां विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प के और हठकरघों के कार्य के नमूने मिल सकते हैं। समय के साथ साथ दिल्ली ने देश भर की कलाओं को यहां स्थान दिया हैं। इस तरह यहां की कोई खास शैली ना होकर एक मिश्रण हो गया है।[17][18]

दिल्ली के निम्न भगिनी शहर हैं:[19]

सन्दर्भ

  1. "'Promote lesser-known monuments of Delhi'-Delhi-Cities-द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया". मूल से 1 मार्च 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 अप्रैल 2009.
  2. "Delhi Circle (N.C.T. of Delhi)". List of Ancient Monuments and Archaeological Sites and Remains of National Importance. Archaeological Survey of India. मूल से 14 मई 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2006-12-27.
  3. "Jama Masjid, भारत's largest mosque". Terra Galleria. मूल से 4 मार्च 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-03-13.
  4. "Properties inscribed on the World Heritage List: India". युनेस्को World Heritage Centre. मूल से 31 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-13.
  5. "Independence Day". 123independenceday.com. Compare Infobase Limited. मूल से 31 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-04.
  6. Ray Choudhury, Ray Choudhury (28 जनवरी 2002). "R-Day parade, an anachronism?". द हिन्दू बिज़नस लाइन. मूल से 4 मार्च 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-13.
  7. "Fairs & Festivals of Delhi". Delhi Travel. India Tourism.org. मूल से 19 मार्च 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-13.
  8. Tankha, Madhur (15 दिसम्बर 2005). "It's Sufi and rock at Qutub Fest". नई दिल्ली. द हिन्दू. मूल से 13 मई 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-13.
  9. "द हिन्दू : Front Page : Asia's largest auto carnival begins in Delhi tomorrow". Thehindu.com. मूल से 31 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-11-03.
  10. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; indiatimes1 नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।
  11. Sunil Sethi / नई दिल्ली February 09, 2008. "Sunil Sethi: Why Delhi is India`s Book Capital". Business-standard.com. मूल से 1 जनवरी 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-11-03.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  12. Delhi to lead way in street food Archived 2009-03-05 at the वेबैक मशीन Times of India
  13. Discovering the spice route to Delhi Archived 2008-12-31 at the वेबैक मशीन इंडिया टुडे
  14. Singh, Sarina (16 दिसम्बर 2006). "Delhi: Old, new, sleek and rambunctious too". Travels with Lonely Planet: India. The Salt Lake Tribune. मूल से 10 अक्तूबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-19.
  15. Jacob, Satish (2002). "Wither, the walled city". Seminar (web edition) (515). मूल से 12 दिसंबर 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-19. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  16. "Shopping in Delhi". Delhi Tours. About Palace on Wheels. मूल से 31 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-04.
  17. Menon, Anjolie Ela (2002). "The Age That Was". Seminar (web edition) (515). मूल से 16 सितंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-29. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  18. Dayal, Ravi (2002). "A Kayastha's View". Seminar (web edition) (515). मूल से 16 सितंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-01-29. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  19. "Delhi to London, it's a sister act". India Times. मूल से 4 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-02-18.