ब्यूरो 39

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ब्यूरो 39, उत्तर कोरिया के सबसे गुप्त संगठनों में से एक है। इसे 'रूम ३९' और 'आफिस ३९' भी कहते हैं। इस संगठन का मुख्य काम है उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-इल के लिये गुप्त रूप से विदेशी मुद्रा इकठ्ठा करना।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ब्यूरो 39 विदेशी मुद्रा को इकठ्ठा करने के लिए कथित तौर पर जालसाजी, हथियारों के अवैध कारोबार और काले धन के अवैध लेन-देन में लिप्त है।

कार्यप्रणाली[संपादित करें]

ब्यूरो 39 का गठन कैसे हुआ यह आज भी राज़ है। लेकिन पश्चिमी देशों की गुप्तचर एजेंसियों का अनुसार रूम 39 की स्थापना वर्ष 1970 के दशक में की गई थी और यह सीधे नेशनल डिफेंस कमीशन के चेयरमैन, किम जोंग-इल को रिपोर्ट करता है। खुफिया सूचनाओ के आधार पर दावा किया जाता है कि इस संगठन ने अब तक लगभग ५ बिलियन डॉलर की मोटी रकम इकट्ठी कर ली है।

पश्चिमी देशों की गुप्तचर एजेंसियों को मिली थोड़ी बहुत जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में चीन और स्विट्जरलैंड में 10 से 20 बैंक अकाउंट हैं।