मुहाजिरीन

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मुहाजिरीन (अंग्रेज़ी:Muhajirun) अरबी भाषा के शब्द मुहाजिर (प्रवासी, शरणार्थी) का बहुवचन रूप मुहाजिरीन उन शुरुआती मुसलमानों (सहाबा और रिश्तेदार) को कहते हैं जो विरोधियों के उत्पीडन से परेशान हो कर पैग़म्बर मुहम्मद पर विश्वास करके मक्का से हिजरत करके उनके साथ मदीना गये थे। [1] हिन्दी उर्दू में मुहाजिरीन का प्रयोग अधिकतर शरणार्थियों के होने के कारण अब इस्लामी शब्दावली में मक्का से हिजरत करने वालों के लिए 'मुहाजिरीने मक्का' और 'मक्का के मुहाजिरीन' भी कहा जाने लगा। मदीना के मूल निवासियों को जिन्होंने इनकी सहायता की उन्हें अल-अंसार कहा गया। अल्ला बहुत बड़ा है अल्ला हम सब को इल्मे दीन शिखने की तौफ़ीक़ आता फरमाये

कुरआन में[संपादित करें]

अल्लाह नबी पर मेहरबान हो गया और मुहाजिरों और अनसार पर भी, जिन्होंने तंगी की घड़ी में उसका साथ दिया, इसके पश्चात कि उनमें से एक गिरोह के दिल कुटिलता की ओर झुक गए थे। फिर उसने उनपर दया-दृष्टि दर्शाई। निस्संदेह, वह उनके लिए अत्यन्त करुणामय, दयावान है (कुरआन 9:117)

वह ग़रीब मुहाजिरों के लिए है, जो अपने घरों और अपने मालों से इस हालत में निकाल बाहर किए गए है कि वे अल्लाह का उदार अनुग्रह और उसकी प्रसन्नता की तलाश में है और अल्लाह और उसके रसूल की सहायता कर रहे है, और वही वास्तव में सच्चे है और उनके लिए जो उनसे पहले ही से हिजरत के घर (मदीना) में ठिकाना बनाए हुए है और ईमान पर जमे हुए है, वे उनसे प्रेम करते है जो हिजरत करके उनके यहाँ आए है और जो कुछ भी उन्हें दिया गया उससे वे अपने सीनों में कोई खटक नहीं पाते और वे उन्हें अपने मुक़ाबले में प्राथमिकता देते है, यद्यपि अपनी जगह वे स्वयं मुहताज ही हों। और जो अपने मन के लोभ और कृपणता से बचा लिया जाए ऐसे लोग ही सफल है (कुरआन 59:8-9)

मुहाजिरीन की सूची[संपादित करें]

पुरुष[संपादित करें]

हमज़ा इब्न अब्दुल मुत्तलिब , मुहम्मद के चाचा

अब्बास इब्न अब्द अल- मुत्तलिब , मुहम्मद के चाचा और बानू अब्बास के पूर्वज

सलमान फ़ारसी

बिलाल इब्न रबाह

खुनैस बिन हुजैफा

अबू ज़र अल-ग़िफ़ारी[2]

मिकदाद बिन असवद

अम्मार बिन यासिर

अबू बुरैदाह अल-इस्लामी

खालिद बिन सईद

राशिदून ख़लीफ़ा:

अबू बक्र , मुहम्मद के वरिष्ठ साथी और ससुर। आयशा के पिता ।

उमर , वरिष्ठ साथी और मुहम्मद के ससुर। हफ्सा के पिता ।

उसमान , दूसरे चचेरे भाई और मुहम्मद के दामाद। उम्म कुलथुम और रुकय्याह के पति ।

अली , मुहम्मद के चचेरे भाई और दामाद। फातिमा के पति ।

महिलाएं[संपादित करें]

सौदा बिन्त ज़मआ मुहम्मद की दूसरी पत्नी

आयशा मुहम्मद की तीसरी पत्नी

फातिमा बिन्त असद , अबू तालिब की पत्नी, 'अली की माँ और मुहम्मद की चाची

अस्मा' बिन्त अबी बकर , जुबैर की पत्नी और मुहम्मद की भाभी।

लुबाबा बिन्त अल-हरिथ , अल-अब्बास की पत्नी और मुहम्मद की चाची और भाभी

उम्म रुमान , अबू बक्र की पत्नी और आइशा के माध्यम से मुहम्मद की सास।

मुहम्मद की बेटियां[संपादित करें]

फ़ातिमा , मुहम्मद की बेटी और अली इब्न अबी तालिब की पत्नी

रुकैया , मुहम्मद की बेटी और उथमन इब्न अफ्फान की पत्नी

उम्मे कुलसूम , मुहम्मद की बेटी और उथमन इब्न अफ्फान की पत्नी

ज़ैनब , मुहम्मद की बेटी और अबू अल-अस इब्न अल-रबी की पत्नी


उमामा बिन्त ज़ैनब, मुहम्मद की नवासी (बेटी ज़ैनब की बेटी) और अली इब्न अबी तालिब की पत्नी

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]