जयन्त भट्ट

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जयन्त भट्ट ( 820 ई - 900 ई ) एक कश्मीरी कवि, अध्यापक, नैयायिक और राजा शंकरवर्मन के सलाहकार थे। वह महान नैयायिक थे [1] [2] उन्होंने न्याय दर्शन पर तीन रचनाएँ की, जिनमें से एक अप्राप्त है। न्यायमञ्जरी, न्यायसूत्रों पर उनका प्रसिद्ध भाष्य है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Francis Clooney (2010). Hindu God, Christian God: How Reason Helps Break Down the Boundaries Between Religions. Oxford University Press. पपृ॰ 39–40. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-973872-4.
  2. Bhatta Jayanta; Csaba Dezsö (2005). Much Ado about Religion. New York University Press. पपृ॰ 15–17. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8147-1979-4.