नाड़ीशोधन

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नाड़ी शोधन हठ योग के अंतर्गत ध्यान या धारणा प्रारम्भ करने के पूर्व कम से कम तीन माह तक चारो संध्याओं में किया जाने वाला प्राणायाम है। नाड़ियों के शोधन हो जाने से ध्यान ऊर्जा के उर्ध्वगमन में बाधा समाप्त हो जाती है।नाड़ी शोधन में स्वास का अनुपात 1:4:2 रखा जाता है अर्थात अगर आप 15 सेकेंड साँस लेते है तो 60 सेकेण्ड रोक कर रखे और 30 सेकेण्ड तक छोड़े ये प्रक्रिया अनुलोमविलोम के क्रम में की जाती है।