कौसलिया

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कोसलिया, कोसलिया अथवा कोसलीय अहीरों का वंश(गोत्र) है जो कि हरियाणा में पाया जाता है।[1]

अनंगपाल द्वारा निर्मित लाल कोट किल्ला(महरौली)

कौसलिया, अनंगपाल तोमर के परपोते के वंशज माने जाते हैं।[2][3] अनंगपाल तोमर एक राजा थे, जिन्होंने भारत में हरियाणा और दिल्ली के क्षेत्रों पर शासन किया था।[4][5]

चित्र:Krishna tells Gita to Arjuna.jpg
कुरुक्षेत्र के युद्ध में श्रीकृष्ण से गीता उपदेश सुनते हुए अर्जुन

तोमर वंश स्वयम चंद्रवंशी होने का दावा करते हैं तथा इनका निकास महाभारत के योद्धा अर्जुन से माना जाता है।[6]

इतिहासकार रिचर्ड गैब्रियल फॉक्स के अनुसार, कोसलिया वंश के राजा कौशल सिंह ने सत्रहवीं शताब्दी में अपने शासन की स्थापना की और जोधपुर और ग्वालियर के पास भी कईं राज्य स्थापित किए।[7]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Kumar Suresh Singh, Anthropological Survey of India (1998). People of India, Volume 38, Part 1. Anthropological Survey of India. पृ॰ 44. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788171547661. मूल से 30 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 मई 2020.
  2. "Report on the Revised Land Revenue Settlement of the Rohtak District of the ..." google.co.in.
  3. Report on the Revised Land Revenue Settlement of the Rohtak District of the page 23
  4. Mukherji, Anisha Shekhar (2003). The Red Fort of Shahjahanabad (अंग्रेज़ी में). Oxford University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-565775-3. मूल से 27 मार्च 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 मई 2020.
  5. Blake, Stephen P. (2002-04-30). Shahjahanabad: The Sovereign City in Mughal India 1639-1739 (अंग्रेज़ी में). Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-52299-1.
  6. Singh, David Emmanuel (2012). Islamization in Modern South Asia: Deobandi Reform and the Gujjar Response. Walter de Gruyter. पृ॰ 55. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781614511854.
  7. Fox, Richard Gabriel. Realm and region in traditional India. पृ॰ 83.