पहलवान (लघु फ़िल्म)

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पहलवान अथवा द रेसलर भारत का प्रथम लघु चलचित्र (फ़िल्म) है, जो 1899 में प्रदशित हुआ। इसके निर्माता एवं निर्देशक हरिश्चंद्र सखाराम भाटवडेकर थे, जिन्हें सावे दादा के नाम से भी जाना जाता है।

बम्बई में इनकी पहली फिल्म हैंगिंग गार्डन में शुट की गई थी, जिसे भारतीय सिनेमा के इतिहास में ‘द रेसलर’ के नाम से जाना जाता है। यह एक कुश्ती मैच की सरल रिकॉर्डिंग थी, जिसे 1899 में आम जनमानस के लिए प्रदर्शित किया गया था और इसे ही भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहला चलचित्र माना जाता है।[1][2]

रोचक तथ्य[संपादित करें]

  • इसी चलचित्र के साथ भारतीय सिनेमा का प्रारंभ हुआ।
  • इस चलचित्र को बनाने में कुछ अन्य लोग भी सम्मलित रहे थे, परन्तु प्रमुख रूप से श्री हरिश्चंद्र सखाराम भाटवडेकर जी (सावे दादा) इसके निर्माता, निर्देशक थे।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. ""कैमरा एक जादुई चिराग है जिसके ज़रिये हम जीवन के मूल्यों का दिखावा करते हैं"". www.youthkiawaaz.com. मूल से 4 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2020.
  2. "More Than Bollywood: India's Cinema History". Indiancinema100.in. मूल से 25 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2020.

बाहरी कड़ीयाँ[संपादित करें]