अकबर के नवरत्न

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अकबर के नवरत्न : टोडरमल, तानसेन, अबुल फजल, फैजी, अब्दुल रहीम

अकबर ने अपनी सत्ता के सुदृढ़ीकरण हेतु 9 विद्वानों की नियुक्ति की जिनमे सभी धर्म के विद्वानों को जगह मिली। जब मुगल सम्राजय ने भारत पर आक्रमण कर लोदी वंश को हराया तो उन्होने कई राजपुत राजाओ से संधि कर उनके साथ सत्ता में रहने लगे।[1]

अबुल फजल[संपादित करें]

इनका पूरा नाम अबुल फजल इब्न मुबारक था | अबुल फजल (1551 - 1602) ने अकबर के शासन काल की प्रमुख घटनाओं को कलमबद्ध किया था। उन्होंने अकबरनामा और आइन-ए-अकबरी की रचना की थी। इनका जन्म आगरा में हुआ।इनकी हत्या सलीम ने करवाई थी वीरसिंह बुंदेला द्वारा। अबुल फजल ने पंचतंत्र का फारसी अनुवाद अनवर-ए-सादात नाम से किया।[2]

इनके पिता का नाम शेख मुबारक था

शेख मुबारक ने ही 1579 ई० में महजरनामा नामक दस्तवेज का प्रारुप तैयार किया फिर इसको अकबर ने जारी किया।[3]

2.फ़ैज़ी[संपादित करें]

फैजी(1547 - 1595) अबुल फजल के भाई थे जो फारसी में कविता लिखते थे और जिन्हें अकबर ने अपने बेटे के गणित शिक्षक के पद पर नियुक्त किया था। शेख अबु अल-फ़ैज़, प्रचलित नाम:फ़ैज़ी (24 सितंबर 1547, आगरा–5 अक्टूबर 1595, लाहौर) मध्यकालीन भारत का फारसी कवि था। इसने लीलावती तथा महाभारत और गीता जैसे ग्रंथो का फ़ारसी में अनुवाद किया था।[4]

3.तानसेन[संपादित करें]

कवि तानसेन अकबर के दरबार के एक विलक्षण संगीतज्ञ थे।[5] संगीत सम्राट तानसेन की नगरी ग्वालियर के लिए कहावत प्रसिद्ध है कि यहाँ बच्चे रोते हैं, तो सुर में और पत्थर लुढ़कते हैं तो ताल में। मियां की मल्हार राग इन्होंने बनाया था। इनके बचपन का नाम तन्ना मिश्रा या राम तनु पांडे था। तानसेन को दीपक राग का बहुत बड़ा ज्ञाता माना जाता था।[6]

4.बीरबल[संपादित करें]

बुद्धिमान राजा बीरबल (१५२८-१५८३) अकबर के विशेष-सलाहकार थे। हास्य-परिहास में इनके अकबर के संग काल्पनिक किस्से आज भी कहे जाते हैं। बीरबल कवि भी थे। ब्रह्म के नाम उन्होंने एक कवि के रूप में कविताएँ लिखी हैं जो भरतपुर संग्रहालय राजस्थान में सुरक्षित हैं। बीरबल बादशहाके नौरत्नो में से एक थे|[7]

5.राजा टोडरमल[संपादित करें]

राजा टोडरमल अकबर के राजस्व और वित्तमंत्री थे। इन्होंने भूमि-पैमाइश के लिए विश्व की प्रथम मापन-प्रणाली तैयार की थी। ये भरतपुर अलवर के पास हरसाना ग्राम के थे अकबर के राज्य कि पेमाइस इन्होंने की थी। उत्तर प्रदेश राज्य के एकमात्र राजस्व प्रशिक्षण संस्थान,हरदोई का नाम इनके नाम पर राजा टोडरमल भूलेख प्रशिक्षण संस्थान रखा गया है जहां आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, पीपीएस के अलावा राजस्व कर्मियों को भूलेख संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है।इन्होंने भूराजस्व की दहसाला पद्धति की शुरुआत की।[8]

उपाधि - राजा

6.राजा मानसिंह[संपादित करें]

अकबर की सेना के प्रधान सेनापति तथा मंसबदार थे महाराजा मानसिंह (जयपुर) के आमेर (आम्बेर) राजा भारमल के पुत्र थे।[9]

7.अब्दुल रहीम खान-ऐ-खाना[संपादित करें]

रहीम एक प्रतिष्ठित कवि थे और अकबर के संरक्षक बैरम खान के बेटे थे। इन्होंने नगर शोभा नामक रचना की । इन्होंने बाबारनामा का फ़ारसी में अनुवाद किया था।[10]

8.हकीमहुक्काम[संपादित करें]

फकीर अजिओं-दिन अकबर के निजी चिकित्सक(हकीम) थे। वह अकबर के नवरत्नों में से एक थे।[11] ये अकबर के विश्वासप्त्र मित्र थे। कही कही पर फकीर अजीमोद्दीन को भी नवरंत बताया गया है

9.मुल्लाह दो पिअज़ा[संपादित करें]

मुल्लाह दो पिअज़ा अकबर के अमात्य थे।[12] यह बात को काटने के लिए काफी प्रसिद्ध थे तथा यह प्याज खाने के भी सौकिन थे। ये रसोइया थे मुलला दो प्याजा की मजार हरदा मध्यप्रदेश के हरदा जिले के हँडिया तहसील में बनी है जहाँ मुगल बादशाह के समय यात्रीयों के रूकने के लिए बना गरह है तथा इसे इस समय तेली की सराय के नाम से जाना जाता है। इन्हे अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक कहां जाता हैं।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Civics and Citizenship Education", History, Geography and Civics, Cambridge University Press, पपृ॰ 56–73, 2013-09-09, अभिगमन तिथि 2023-09-08
  2. Tauseef, Khadija (2021-07-22). "The Navratnas: Nine Jewels of Emperor Akbar's Mughal Court". Ancient Origins Reconstructing the story of humanity's past (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-09-08.
  3. Chatterjee, Nandini (April 2016). "Mahzar-namas in the Mughal and British Empires: The Uses of an Indo-Islamic Legal Form". Comparative Studies in Society and History (अंग्रेज़ी में). 58 (2): 379–406. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0010-4175. डीओआइ:10.1017/S0010417516000116.
  4. "IBN al-MUBĀRAK". Encyclopédie de l’Islam. अभिगमन तिथि 2023-09-08.
  5. Powell, Ardal (2013-07-25), "Flute in the United States", Oxford Music Online, Oxford University Press, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-56159-263-0, अभिगमन तिथि 2023-09-08
  6. Rushdie, Salman (2008-02-17). "The Shelter of the World". The New Yorker (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0028-792X. अभिगमन तिथि 2023-09-08.
  7. "Birbal: The legendary courtier and confidante of Mughal Emperor Akbar whose myths have become part of folklore". News9live (अंग्रेज़ी में). 2022-08-15. अभिगमन तिथि 2023-09-08.
  8. Kinra, Rajeev (2015-10-08). Writing Self, Writing Empire: Chandar Bhan Brahman and the Cultural World of the Indo-Persian State Secretary. University of California Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-520-28646-7.
  9. Biswas, Ashok Kumar; Barman, Laboni Roy; Barman, Anupama Roy (2021-01-31). "The Preventive Measurement and Causes of Hypertension: A Study on 250-Bedded Hospital". The International Journal of Science & Technoledge. 9 (1). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 2321-919X. डीओआइ:10.24940/theijst/2021/v9/i1/st2101-002.
  10. Faruqui, Munis D. (2012-08-27). The Princes of the Mughal Empire, 1504–1719. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-139-13547-4.
  11. Jarrett, H. S., संपा॰ (2010-12-31). "The Ain I Akbari of Abul Fazl 'Allami". Kiraz Chronicles. Gorgias Press. डीओआइ:10.31826/9781463218010.
  12. "The New Penguin factfinder". Choice Reviews Online. 42 (05): 42–2535-42-2535. 2005-01-01. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0009-4978. डीओआइ:10.5860/choice.42-2535.