क्वांटम गुरुत्व
क्वांटम गुरुत्व सैद्धांतिक भौतिकी का एक क्षेत्र है जो क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों के अनुसार गुरुत्वाकर्षण का वर्णन करता है, और जहां क्वांटम प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है,[1] जैसे कि कॉम्पैक्ट खगोल भौतिक वस्तुओं के पास जहां गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव मजबूत है।क्वांटम गुरुत्व बहुत ही छोटे स्तर पर जैसे इलेक्ट्रान,प्रोटॉन और क्वार्क्स आदि छोटे कणो के अपने अपने गुरुत्वीय प्रभाव होता है| हम जानते है की प्रोटॉन बहुत सारे क्वार्क्स से मिलकर बने होते है अतः हम यह कह सकते है की क्वार्क्स एक दूसरे से किसी बल द्वारा जुड़े होते है अब यदि इस बल को हम छोटे स्तर पर गुरुत्वीय बल कह सकते है| सभी छोटे बड़े कणो का प्रभाव एक क्षेत्र है जो क्वांटम यांत्रिकी के अनुसार छोटे कणो के गुरुत्वाकर्षण का वर्णन करता है| हम क्वांटम गुरुत्व के कारण ही इलेक्ट्रान नाभिक के चक्कर लगता रहता है|
अवलोकन[संपादित करें]
संदर्भ[संपादित करें]
- ↑ (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
आगे की पढाई[संपादित करें]
- (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
- अष्टेकर, अभय (2005)। गुरुत्वाकर्षण के लिए घुमावदार सड़क (पीडीएफ) । वर्तमान विज्ञान । 89. है । पीपी। 2064-2074। बिबकोड : 2007laec.book ... 69A । CiteSeerX 10.1.1.616.8952 । doi : 10.1142 / 9789812772718_0005 आईएसबीएन 978-981-270-049-0 ।
- (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
- हर्बर्ट डब्ल्यू। हम्बर (2009)। क्वांटम गुरुत्वाकर्षण । स्प्रिंगर प्रकाशन। doi : 10.1007 / 978-3-540-85293-3 । आईएसबीएन 978-3-540-85292-6 ।
- किफेर, क्लॉस (2007)। क्वांटम ग्रेविटी । ऑक्सफोर्ड यूनिवरसिटि प्रेस। आईएसबीएन 978-0-19-921252-1 ।
- (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
- लैम्मर्ज़हल, क्लॉस, एड। (2003)। क्वांटम ग्रेविटी: थ्योरी से एक्सपेरिमेंटल सर्च । भौतिकी में व्याख्यान नोट्स । स्प्रिंगर। आईएसबीएन 978-3-540-40810-9 ।
- रूवेल्ली, कार्लो (2004)। क्वांटम ग्रेविटी । कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस। आईएसबीएन 978-0-521-83733-0 ।
- (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- "प्लैंक युग" और "प्लैंक टाइम" (ब्रह्मांड के जन्म के बाद 10 after43 सेकंड तक) (ओरेगन विश्वविद्यालय)।
- "क्वांटम ग्रेविटी" , बीबीसी रेडियो 4 की चर्चा जॉन ग्रिबिन, ली स्मोलिन और जान लेविन के साथ (हमारे समय में , 22 फरवरी, 2001)