सदस्य:Manogna.Chandrika/प्रयोगपृष्ठ/2

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कैमरा शॉट्स[संपादित करें]

कैमरा शॉट्स फ्रेम में देखे जाने वाले स्थान या फिर जगह को दर्शा ते हैं। कैमरा शॉट्स का उपयोग फिल्म की सेटिंग, पात्रों और विषयों के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। फिल्म की कहानी को रूप देने के लिए कैमेरा शॉट्स बहुत महत्वपूर्ण हैं। कैमेरा शॉट्स तीन तरह के होते हैं-लॉग,मिडियम और क्लोस।

लॉग शॉट्स[संपादित करें]

लॉग शॉट्स को वाइड शॉट्स भी कहा जाता है और इसे स्थान के बारे में बताने के लिए इस्तमाल करते हैं। क्लोस शॉट्स विषय के विवरण प्रकट करते हैं और एक चरित्र की भावनाओं को दर्शाते हैं। मिडियम शॉट्स इनसान के भावनाओ के साथ आस पास की चिज़ो पर भी ध्यन देते हैं। लॉग शॉट्स में एक्सट्रिम लांग शॉट या फिर एक्सट्रिम वाइड शॉट, एक दूरी से विषय या जिस क्षेत्र में विषय हो उसे दिखाने के लिए इस शॉट को प्रयुक्त होता है। इस प्रकार का शॉट विशेष रूप से कहानी स्थापित करने के लिए उपयोगी है। लांग शॉट या फिर वाइड शॉट विषय को ऊपर से नीचे दिखाता है। एक व्यक्ति को यह पैर की उंगलियों ले कर सिर तक दिखाता हैं। यह शॉट अक्सर दृश्य और हमारे चरित्र की जगह को स्थापित करता है। फुल शॉट फ्रेम भरने के साथ, सिर से पैर की उंगलियों तक दिखाता हैं। यह शॉट एक चरित्र की भावनात्मक स्थिति के बजाय कार्रवाई और आंदोलन पर ध्यान देता है।[1]

मिडियम शॉट्स[संपादित करें]

मिडियम लॉग शॉट लॉग शॉट और मिडियम शॉट के बीच होता हैं। चरित्र के घुटनों से ले कर सिर तक दिखाता है। काउबॉय शॉट या फिर अमेरिकन शॉट एक मिडियम शॉट का एक रुप हैं जिसमे विषय को मध्य-जांघों से फ्रेम में चरित्र के बंदूक होल्स्टर से उसके सिर तक दिखाया जाता था। मिडियम शॉट विषय का हिस्सा अधिक विस्तार से दिखाता है। एक व्यक्ति के लिए, एक मिडियम शॉट आम तौर पर कमर से उन्हें फ्रेम करता है। मिडियम क्लोस अप मिडियम शॉट और क्लोज-अप के बीच होता हैं ,आमतौर पर छाती या कंधे से विषय के सिर तक दिखाया जाता हैं। [2]

क्लोज शॉट्स[संपादित करें]

क्लोज-अप विषय के हिस्से के साथ स्क्रीन भरता है, जैसे किसी व्यक्ति के सिर या चहरे से इसे एक चरित्र की भावनाओं और प्रतिक्रिया को दिखाने के लिए इस्तमाल किया जाता है। चोकर क्लोज-अप का एक संस्करण हैं, और इस शॉट को मुंह के नीचे से भौहें के ऊपर तक विषय का चेहरा फ्रेम करता है। एक्सट्रिम क्लोस अप विषय के एक छोटे से क्षेत्र या विस्तार पर जोर देता है, जैसे आंखें या मुंह। ए लेवल शॉट में कैमरे के साथ आंखों का स्तर लगभग मानव आंखों के स्तर पर लिया जाता हैं। उच्च कोण शॉट को आंख स्तर के उपर से लिया जाता हैं। इस शॉट से विशय को कमजोर या भयभीत करने का प्रभाव ला सकते है। कम कोण शॉट को नीचे आंखों के स्तर से लिया जाता है। इससे हम विशय को शक्तिशाली, वीर, या खतरनाक दिखने का प्रभाव ला सकते है। डच कोण शॉट को अक्सर एक विचलित या असहज मनोवैज्ञानिक स्थिति दिखाने के लिए इस्तमाल किया जाता है। कंधे के उपर वाली शॉट , कट इन, कट अवे, पॉइंट ऑफ व्यू शॉट को भी कहानी को आगे बढाने लिए प्रयोग कर सकते हैं।[3]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. https://www.studiobinder.com/blog/ultimate-guide-to-camera-shots/
  2. https://www.bhphotovideo.com/explora/video/tips-and-solutions/filmmaking-101-camera-shot-types
  3. https://www.editmate.co/project/10-types-of-camera-shots/