वार्ता:टिण्डल प्रभाव

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टिण्डल प्रभाव[संपादित करें]

जब प्रकाश के पुँज को वास्तविक विलयन द्वारा प्रवाह कराया जाता है तो उसमे कोई प्रकीर्णन नहीं दिखाई देता है लेकिन जब प्रकाश के पुँज को कोलाइडी विलयन द्वारा प्रवाह कराया जाता हैै तो इसमें प्रकीर्णन के कारण नीला रंग दिखाई देता है उसे टिण्डल प्रभाव कहतें हैं । प्रकाश की रौशनी जब किसी बंद कमरे में छोटी छिद्र द्वारा आती है तो उस प्रकाश में प्रकीर्णन दिखाई देता है। Guru Aquib (वार्ता) 19:16, 20 दिसम्बर 2017 (UTC)[उत्तर दें]