क्रायोजेनिक इंजन-7.5
मूल देश | भारत |
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तारीख | 2002 |
डिजाइनर |
द्रव नोदन प्रणाली केंद्र(LPSC) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन |
निर्माता |
हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन |
अनुप्रयोग | ऊपरी चरण बूस्टर |
स्थिति | उपयोग में |
लंबाई | 2.14 मी॰ (7.0 फीट) |
व्यास | 1.56 मी॰ (5.1 फीट) |
शुष्क वजन | 435 कि॰ग्राम (959 पौंड) |
तरल ईंधन मोटर इंजन | |
ईंधन | तरल ऑक्सीजन / तरल हाइड्रोजन |
चक्र | स्टेज्ड दहन |
विन्यास | |
चैंबर | 1 |
प्रदर्शन | |
थ्रस्ट (निर्वात) | 73.5 कि॰न्यू. (16,500 पौंड-बल) |
चैंबर दबाव | 5.8 मेगा॰पास्कल (58 bar) / 7.5 मेगा॰पास्कल (75 bar) |
विशिष्ट आवेग(Isp) (निर्वात) | 454 second (4.45 km/s) |
इस्तेमाल में |
क्रायोजेनिक इंजन-7.5 (Cryogenic Engine-7.5) एक 'क्रायोजेनिक इंजन है। जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने जीएसएलवी मार्क-2 के ऊपरी चरण के लिए विकसित किया गया है। यह इंजन क्रायोजेनिक ऊपरी चरण परियोजना के तहत विकसित किया गया है। इसका प्रयोग रूस का क्रायोजेनिक इंजन केवीडी-1(KVD-1) को स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन से बदलने का था। जीएसएलवी मार्क-1 में रूस के क्रायोजेनिक इंजन केवीडी-1 का प्रयोग होता था। लेकिन जीएसएलवी मार्क-2 संस्करण में स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का प्रयोग किया गया।[1]