नील जिह्वा रोग

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

नील जिह्वा रोग या ब्लू टंग (Bluetongue disease या catarrhal fever) मुख्यतः भेड़ को होने वाला रोग है। कभी-कभी यह बकरी, भैंस, एवं अन्य चौपायों को भी हो जाता है।

यह कीटों के माध्यम से फैलने वाला रोग है जो ब्लूटंग विषाणु (BTV) के कारण होता है। यह छूत से नहीं फैलता।

लक्षण[संपादित करें]

इस रोग से प्रभावित पशु को तेज बुखार होता है, अत्यधिक लार टपकता है, चेहरा और जीभ में सूजन हो जाती है। होंठ और जीभ के सूजन के कारण जीभ नीली दिखती है। पशु सुस्त होकर चारा छोड़ देता है। मुंह व नाक पर लाली बढ़ जाती है।

निदान[संपादित करें]

इसका निदान भी टीके के माध्यम से होता है। उल्लेखनीय है पशु को रोग के प्रभाव में आने से पूर्व ही टीका लगाने से लाभ होता है। रोग बढ़ने पर टीके का कोई विशेष लाभ नहीं होता।


सन्दर्भ[संपादित करें]