उदयपुर, विदिशा

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उदयपुर
Udaypur
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शिव मन्दिर, उदयपुर, विदिशा
शिव मन्दिर, उदयपुर, विदिशा
उदयपुर is located in मध्य प्रदेश
उदयपुर
उदयपुर
मध्य प्रदेश में स्थिति
निर्देशांक: 23°54′00″N 78°03′18″E / 23.900°N 78.055°E / 23.900; 78.055निर्देशांक: 23°54′00″N 78°03′18″E / 23.900°N 78.055°E / 23.900; 78.055
देशभारत
राज्यमध्य प्रदेश
ज़िलाविदिशा ज़िला
जनसंख्या (2011)
 • कुल6,383
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी
समय मण्डलभामस (यूटीसी+5:30)

उदयपुर (Udaypur) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के विदिशा ज़िले में स्थित एक गाँव है।[1][2]

उदयपुर भारत के मध्य प्रदेश राज्य में गंज बासौदा के पास एक प्राचीन नागरी है। यहां एक शिव मंदिर स्थित है, जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय महत्व का एक स्मारक है।

इतिहास[संपादित करें]

उदयपुर का सांस्कृतिक इतिहास कम से कम 9वीं शताब्दी से शुरु होता है, लेकिन यह सिद्ध हो गया है कि परमार राजा उदयादित्य (लगभग 1060-87) के तहत इसका वर्तमान नाम प्राप्त हुआ। यह 14वीं, 15वीं और 16वीं शताब्दी में महत्वपूर्ण शहर रहा और उत्तर-दक्षिण व्यापार मार्ग पर एक महत्वपूर्ण शहर था।

स्मारक[संपादित करें]

शिव मंदिर, 1080 ई[संपादित करें]
शिव मन्दिर, उदयपुर

उदयपुर में सबसे महत्वपूर्ण मंदिर वह है जो शिव को समर्पित है और जिसे आज नीलकंठेश्वर के नाम से जाना जाता है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व का संरक्षित स्मारक है, मध्य प्रदेश/पूर्व में राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची में क्रमांक एन-एमपी-289 है। यह मंदिर 11वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बनाया गया था और यह परमार राजाओं का एकमात्र अवशिष्ट शाही मंदिर है।

तुग़लक शाही मस्जिद, 1338-39 ई[संपादित करें]

मंदिर के बगल में मुहम्मद इब्न तुग़लक के शासनकाल के दौरान निर्मित एक छोटी मस्जिद है। दो शिलालेख इसके निर्माण को 739 हिजरी (यानी 1338-39 ई.पू.) में दर्ज करते हैं।

शाही महल, 1617-32 ई[संपादित करें]

नीलकंठेश्वर के पूर्व दिशा में एक बड़ा महल परिसर है जिसे शाही महल के नाम से जाना जाता है, जिसे मुग़ल शासन के दौरान स्थानीय गवर्नर के निवास के रूप में बनाया गया था।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]