वार्ता:नालापत बालमणि अम्मा

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निर्वाचित लेख नामांकन के बाद की टिप्पणियों का प्रथम भाग[संपादित करें]

  1. लेख में अलग-अलग तरह की वर्तनियों का प्रयोग हुआ है, कृपया उनमें एकरुपता लाने का प्रयास करें। उदाहरण के लिए: सितंबर और सितम्बर, मलयालम और मलयाली।
  2. "जीवनी" अनुभाग में एक पंक्ति कुछ इस प्रकार है: मलयालम समाचार पत्र मातृभूमि के प्रबंध संपादक और बाद में प्रबंध निदेशक बनें वी॰एम॰ नायर। पहली बात तो इसमें "मातृभूमि" शब्द को विकि-कड़ी से जोड़ा है लेकिन जिस कड़ी से यह शब्द जुड़ा है वो एक समाचार पत्र का न होकर शब्द का अर्थ बताता है लेकिन उपरोक्त पंक्ति के अनुसार यह एक समाचार पत्र है।
  3. जीवनी अनुभाग में ही उपरोक्त पंक्ति के बाद वाली पंक्ति अंग्रेज़ी से अनूदित पंक्ति लग रही है। कृपया इसे सरल बनाने का प्रयास करें अर्थात यह पंक्ति एक वाक्य के स्थान पर दो-तीन वाक्यों में विभक्त कर दी जाये तो समझने में आसान रहेगी।
  4. सन्दर्भ संख्या ४ पृष्ठ नहीं मिला दिखा रहा है।
  5. अनुभाग में "अलजाइमर रोग" का वर्णन आया है। यदि लेख में वर्णित रोग यही है तो इसे विकिलिंक करना उचित रहेगा।
  6. "काव्य सृजन" नामक अनुभाग में सबसे पहले एक प्रकथन दिया गया है जिसका कारण अनुभाग की शुरूआत में देने का क्या अर्थ है? इसके आगे वाला वाक्य कुछ इस प्रकार है: अम्मा के 20 से अधिक काव्य-संकलन, कई गद्य-संकलन और अनुवाद प्रकाशित हुए हैं। यह वाक्य भी समझने में थोड़ा मुश्किल है। क्या उनके कुछ संकलन केवल अनूदित भाषाओं में प्रकाशित हुये अथवा मूल भाषा में प्रकाशित होने के बाद उनकी प्रसिद्धि को देखते हुये उनके अनुवाद किये गये?
  7. "काव्य सृजन" अनुभाग में ही प्रकथन के बाद वाले पैराग्राफ के अन्तिम दो वाक्य तीरछे अक्षरों में लिखे गयें हैं, इनका ऐसा कोनसा विशेष महत्व है कि इन्हें तीरछे अक्षरों में लिखा गया है?
  8. लेख की भूमिका में एक वाक्य में लिखा है: उन्हें "मलयालम साहित्य की दादी" कहा जाता है। बाद में "काव्य सृजन" अनुभाग में यह भी कहा गया है कि उन्हें वे "अम्मा" और "दादी" के नाम से समादृत हैं। तो क्या उनके नाम में उल्लिखित "अम्मा" शब्द इसी तरह से मिला हुआ है? क्या "मलयालम साहित्य की दादी" अंग्रेज़ी में लिखे "grandmother of Malayalam literature" का हिन्दी अनुवाद है?
  9. "काव्य सृजन" अनुभाग का अन्तिम पैराग्राफ समझना मेरे लिए तो मुमकीन नहीं है अतः मैं इस बारे में कुछ कह नहीं सकता।
  10. "प्रमुख काव्य कृतियाँ" अनुभाग का स्रोत क्या है?
  11. सन्दर्भ संख्या १५ नहीं मिला।
  12. सन्दर्भ संख्या १६ पर भी कोई जानकारी नहीं मिली।
  13. सन्दर्भ संख्या १४ और १७ को {{cite book}} करना चाहिए जिसमें पुस्तक की पृष्ठ संख्या और आईएसबीएन दिये गये हों। इसके साथ ही यूआरएल देने के लिए १४ और १७ भी दिये जा सकते हैं। वैसे मुझे इतने लम्बे लिंक देने से भी कोई आपत्ति नहीं है।
  14. मैं सन्दर्भ संख्या १८ को नहीं खोल पा रहा हूँ। क्या इसके लिए कुछ टनलिंग (पाइप) करना पड़ता है?
  15. "तुलनात्मक शोध" अनुभाग में कोई सन्दर्भ नहीं है।
  16. सन्दर्भ संख्या ४ (मृत कड़ी), १० और १९ में एक ही सन्दर्भ को बारी-बारी से लिखा गया है।

उपरोक्त टिप्पणियों के उत्तर मिलने के बाद टिप्पणियों की अगली पाली आरम्भ की जायेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:51, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

  1. वर्तनी में एकरूपता लाने हेतु अपेक्षित सुधार कर दिये गए हैं, किन्तु मलयालम और मलयाली को परिवर्तित नहीं किया गया है। कारण मलयालम और मलयाली दोनों अलग-अलग रूप हैं और उसका अलग-अलग अभिप्राय हैं। उसी प्रकार जैसे मलयालम भाषा, मलयालम लिपि और मलयाली सिनेमा, मलयाली लोग आदि।
  2. सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  3. सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  4. दूसरा संदर्भ जोड़ दिया गया है।
  5. सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।

आगे के प्रश्नों से संबंधित अनुभागों का अवलोकन करने के पश्चात शीघ्र उत्तर दूँगी।--माला चौबेवार्ता 10:41, 9 मई 2014 (UTC).[उत्तर दें]

  • @संजीव कुमार:जी, आपके शेष प्रश्नों और सुझावों का क्रमवार उत्तर इसप्रकार है-
6. प्राक्कथन को हटाकर अन्य अनुभाग में अंकित कर दिया गया है। जिन पंक्तियों को सही करने की बात आपके द्वारा की गई है, उसे सही भी कर दिया गया है। साथ ही यह भी अवगत कराना है कि- उनके कुछ संकलन का उनके द्वारा स्वयं अनूदित और प्रकाशित किया गया है, जो लेख के अनुवाद अनुभाग में अंकित है।
7.आड़े-तिरछे लिखे शब्दों को सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
8. उन्हें 'अम्मा' या 'दादी' नाम से समादृत करने से उनके नाम में उल्लिखित "अम्मा" शब्द से कोई मतलब नहीं है, क्योंकि केरल में स्त्रियों के नाम से आगे अम्मा लगाने का रिवाज है। हाँ आपका अनुमान सही है- "मलयालम साहित्य की दादी" अंग्रेज़ी में लिखे "grandmother of Malayalam literature" का हिन्दी अनुवाद ही है।
9."काव्य सृजन" अनुभाग का अन्तिम पैराग्राफ को सहज और सरल बनाया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
10."प्रमुख काव्य कृतियाँ" अनुभाग में कतिपय संदर्भ प्रस्तुत किए गए हैं और शेष पुस्तकों के संदर्भ दिये जा रहे हैं।
11.सन्दर्भ परिवर्तित कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
12.सन्दर्भ परिवर्तित कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
13. सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।
14. सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।
15.संदर्भ जोड़ दिये गए हैं।
16.सही कर दिया है, कृपया अवलोकन कर लें।

और हाँ एक बात और कहना चाहूंगी, कि सुधार लेख की सप्ताह भर चलने वाली प्रक्रियाओं में यही प्रक्रिया अपना कर कार्य किया जाए तो फिर दूसरी परियोजना में शामिल करने पर त्रुटियाँ ढूँढने की नौबत हीं न आए। धन्यवाद। --माला चौबेवार्ता 07:21, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

पृष्ठ हटाये जाने के सम्बंध में जानकारी[संपादित करें]

नमस्ते माला जी, आपने इस पृष्ठ को २३ अप्रैल २०१४ को हटा दिया और बाद में इसका पुनः निर्माण किया है। चूँकि पहले वाला लेख आशीष जी ने निर्मित किया था और उन्होंने केवल पद्मश्री का वर्णन किया था। आपने हटाये जाने का कारण "इसी नाम का इससे श्रेष्ठ पृष्ठ बनाया गया: पाठ था: ' नालापत बालमणि अम्मा को १९८६ में [[भारत सरकार]..." दिया है। अर्थात आपका कारण अस्पष्ट है। कृपया हटाये जाने का स्पष्ट कारण बतायें अन्यथा मैं उस पृष्ठ का इतिहास इसमें विलय कर देता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:52, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

मैंने वार्ता पृष्ठ का इतिहास विलय कर दिया है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:54, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  • संजीव जी,आशीष जी के द्वारा जो जानकारी दी गई थी, वह गलत थी और एक पंक्ति के इस आलेख में उन्होने १९८६ में [[भारत सरकार]..." दिया है। जबकि उन्हें यह अलंकरण 1987 में मिला है। मैंने जो कारण दिये थे वह पूरी तरह स्पष्ट है। यदि आपको यह संदर्भहीन गलत जानकारी विलय करना उचित लग रहा हो तो अवश्य करें। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। --माला चौबेवार्ता 05:29, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  1. इतिहास का विलय होना ही चाहिए, संदर्भहीन हो, गलत हो, बर्बरता हो, कुछ भी हो। यह सब विकिविकासप्रक्रिया के चरण हैं। कोई गलत बात नहीं है।
  2. 1986, 1987 में कुछ भी गलत नहीं है। पिछले वर्ष के लिए यह पुरस्कार अगले वर्ष 26 जनवरी के आसपास दिए जाते हैं। अतः यह एक कन्फ्यूज़न मात्र है। बल्कि इस बारे में भी मतैक्य स्थापित होना चाहिए कि हिंदी विकि पर हम क्या प्रथा रखना चाहते हैं, हाल ही में मैने 2013 हेतु प्रदत्त किंतु 2014 में वितरित पद्मश्री अपडेट किए हैं तथा पिछले तीन वर्ष के अपडेट करना बाकी है।--मनोज खुराना वार्ता 05:58, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

@संजीव कुमार और Manojkhurana: मेरी उपरोक्त टिप्पणियों पर गौर करें, मैंने साफ-साफ लिखा है कि विलय करने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है। संजीव जी इसे विलय कर दें।--माला चौबेवार्ता 07:30, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

आपकी सहमति से मैंने इतिहास विलय कर दिया है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:04, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

निर्वाचित लेख नामांकन के बाद की टिप्पणियों का द्वितीय भाग[संपादित करें]

  1. बहुविकल्पी पृष्ठों की कड़ियाँ देखें। चूँकि लेख की विभिन्न कड़ियाँ बहुविकल्पी पृष्ठों से जुड़ी हैं। इस तरह की कड़ियाँ देना भ्रमित करती हैं और किसी श्रेष्ठ लेख के लिए ऐसा होना अच्छी बात नहीं है।
  2. लेख की भूमिका में "एज्हुथाचन पुरस्कार" को गहरा किया गया है उसका कारण अस्पष्ट है।
  3. पिछले टिप्पणी अनुभाग में "मलयालम साहित्य की दादी" को अंग्रेज़ी नामकरण ग्रैंडमदर ऑफ़ मलयालम लिट्रेचर" का हिन्दी अनुवाद बताया। यहाँ "मलयालम साहित्य की नानी" क्यों नहीं कहा गया। मुझे अभी तक इस दादी शब्द का रहस्य स्पष्ट रूप से समझ में नहीं आया है। यदि यह नामकरण हिन्दी और अंग्र्रेज़ी में समतुल्य माने गये हैं तो सम्बंधित सन्दर्भ उपलब्ध करवायें।
  4. लेख का सन्दर्भ संख्या १ मेरे नेटवर्क पर अनुप्रेषित हो रहा है। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि वास्तव में यह मृत कड़ी है अथवा ठीक है क्योंकि टूलसर्वर पर सबकुछ ठीक दिखाया जा रहा है। अतः स्थिति स्पष्ट करें।
  5. मेरे सुझाव के बाद आपने मातृभूमि का सन्दर्भ हटाकर इसे मातृभूमि (समाचार पत्र) पर कर दिया लेकिन यहाँ स्थिति पहले जैसी ही बनी रह गई। चूँकि मातृभूमि (समाचार पत्र) नामक पृष्ठ पर लिखा है कि यह एक हिन्दी समाचार पत्र है जबकि आपके अनुसार अम्मा के पति मलयालम समाचार पत्र के सम्पादक थे। इसके अतिरिक्त आपके द्वारा दिये गये विथि के सन्दर्भ के अनुसार समाचार पत्र का नाम Mathrubhumi (मलयालम में മാതൃഭൂമി) है। कृपया इसे ठीक करें।
  6. क्या आपको ईवीआई का सन्दर्भ विश्वसनीय लगता है?
  7. उस समय उनके पति "वेलफोर्ट ट्रांसपोर्ट कम्पनी" में वरिष्ठ अधिकारी थे। यह कंपनी ऑटोमोबाइल कंपनी "रोल्स रॉयस मोटर कार्स" और "बेंटले" के उपकरणों को बेचती थी। का सन्दर्भ नहीं मिला।
  8. सन्दर्भ संख्या ६ को मैं देख नहीं पा रहा हूँ क्योंकि यह मुझे कुछ "ØídÄàÏáæ¿ ¥ÈáÍÕB{ᢠ, çÕÆȵ{ᢠ,¥NÏáæ¿ ÕßµÞøB{áÎÞÃí ÌÞÜÎÃßÏNÏáæ¿ µÕßĵ{ßW ÈßùEáÈßKßøáKÄí.ÎÜÏÞ" तरहे के अक्षर दिखा रहा है। कृपया फोण्ट बतायें जिससे मैं इन्हें मेरी मशीन पर खोलकर पढ़ सकूँ। मैंने पृष्ठ को संरक्षित करके भी पढ़ने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। मेरा कंप्युटर मलयाली भाषा की लिपि आसानी से सही दिखाता है।
  9. क्या "prophet of human glory" को हिन्दी में "मानव महिमा के नबी" कहा जाता है? कृपया (गूगल अनुवादक के अलावा) कोई शब्दकोश बतायें जिसमें ऐसा अनुवाद लिखा है।
  10. "प्रमुख काव्य कृतियाँ" अनुभाग में दिये गये सन्दर्भ ठीक करने की आवश्यकता है। उनमें |title= के बाद सम्बंधित पुस्तक का उसकी मूल भाषा में शीर्षक लिखा जाता है और |trans_title= में उसका अनुवाद अथवा लिप्यंतरण लिखा जाता है। साथ ही यहाँ प्रकाशक "माथरुभूमि प्रेस" में भी सुधार की आवश्यकता है। शीर्षक में यह अशुद्धि अंग्रेज़ी से आँखो देखा लिप्यंतरण के कारण हुई है।
  11. "जीवनी" अनुभाग में भी अम्मा के निधन से सम्बंधित एक पंक्ति है और बाद में "निधन" अनुभाग में उसकी पुनरावर्त्ति हो रही है। कृपया इसे ठीक करें।
  12. लेख में अधिकतर स्थानों पर अल्पविराम (,) के बाद खालीस्थान नहीं रखा गया जो आवश्यक है।

आगे की टिप्पणियाँ बाद में लिखुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:33, 11 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

संजीव जी, आपके द्वारा दी गई टिप्पणियों का क्रमवार उत्तर:
  1. लेख में बहुविकल्पी पृष्ठों से जुड़ी कड़ियों को ठीक कर दिया गया है।
  2. लेख की भूमिका में क्रांत जी के द्वारा "एज्हुथाचन पुरस्कार" को गहरा किया गया है, यह मुझे भी समझ में नहीं आया। इसलिए उसे भी मेरे द्वारा ठीक कर दिया गया है।
  3. मलयालम भाषा में दादी को "मुथास्सी" कहा जाता है और मेरे द्वारा इसी के आधार पर उन्हें नानी न कहकर दादी कहा गया है। मलयालम भाषा के विकि पर इस बात का उल्लेख है- അഞ്ചുവർഷത്തോളം അൽഷിമേഴ്സ് രോഗത്തിനൊടുവിലാണ് ബാലാമണിയമ്മ മരിക്കുന്നത്.
  4. सही कर दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  5. संदर्भ संख्या 1 हटा दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।
  6. मुझे स्पष्ट रूप से विश्वसनीय प्रतीत हो रहा है।
  7. उस समय उनके पति "वेलफोर्ट ट्रांसपोर्ट कम्पनी" में वरिष्ठ अधिकारी थे। यह कंपनी ऑटोमोबाइल कंपनी "रोल्स रॉयस मोटर कार्स" और "बेंटले" के उपकरणों को बेचती थी। यह अँग्रेजी विकिपीडिया के अनुभाग Biography से अनूदित है।
  8. मैं यह संदर्भ भलीभाँति देख रही हूँ। मैं कई लोगों के कंप्यूटर पर इसे खोलकर देख चुकी हूँ। आप क्यों नहीं देख पा रहे हैं यह आप स्वयं अनुसंधान करें। यह मलयालम भाषा में है।
  9. "प्रमुख काव्य कृतियाँ" अनुभाग में दिये गये सन्दर्भ को ठीक कर दिया गया है।
  10. साधन और सूचना की न्यूनता होने के कारण ऐसा कोई शब्दकोश मेरी स्मृति में नहीं। यदि इसका कोई और अनुवाद आप कर सकते हों तो कर दें।
  11. "जीवनी" अनुभाग में भी अम्मा के निधन से सम्बंधित पंक्ति को हटा दिया गया है।
  12. लेख में अधिकतर स्थानों पर अल्पविराम (,) के बाद खालीस्थान दे दिया गया है। यदि कहीं अनजाने में छूट गया हो तो आप अपने स्तर से सही कर दें। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 09:58, 12 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
माला जी कृपया पुनः ध्यान दें: भारतीय एक बहुविकल्पी शब्द है। बाकि समीक्षा आज समय मिलने पर पूर्ण करुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:09, 19 मई 2014 (UTC):[उत्तर दें]
भारतीय शब्द से विकि लिंक हटा दिया गया है, कृपया अवलोकन कर लें।--माला चौबेवार्ता 10:18, 19 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

कोष्टक में लिखी अतिरिक्त टिप्पणियाँ[संपादित करें]

नमस्ते माला जी, आपने लेख में जगह जगह कोष्टक में टिप्पणियाँ लिख रखी हैं। (जैसे:– मलयालम में മാതൃഭൂമി) ऐसी टिप्पणियाँ अलग से टिप्पणी अनुभाग बनाकर उसमें दे सकते है। उससे सम्बद्ध सन्दर्भ अपने आप सम्बंधित स्थान पर लग जायेगा। ये कैसे देते हैं इसका उदाहरण आपको भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्रियों की सूची नामक लेख में मिल जायेगा। इसमें उद्धरण अनुभाग में "टिप्पणी" उप-अनुभाग देखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:54, 31 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

संजीव जी,मैंने कभी ऐसा किया नही। यदि संभव हो तो इसे आप कर दें, ताकि आपके संपादन को देखकर मैं समझ सकूँ और आगे से किसी दूसरे लेख में प्रयोग कर सकूँ। मैं अभी भी यात्रा में हूँ और लगातार 16-17 घंटे यात्रा में रहूँगी। यदि यह सहयोग आप कर सकें तो बड़ी कृपा होगी।--माला चौबेवार्ता 11:45, 31 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
ठीक है माला जी, आपके गंतव्य स्थान तक पहुँचने तक मैं यह कार्य करने की कोशिश करता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:56, 31 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
व्यस्तता के कारण शायद आप ठीक न कर पाये हों। मैंने ठीक कर दिया है।सुझाव हेतु धन्यवाद आपका।--माला चौबेवार्ता 09:06, 6 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@Mala chaubey: धन्यवाद माला जी, आपने इसे ठीक कर दिया। मेरी समस्या यह है कि मैं भूल जाता हूँ जिसके लिए क्षमा चाहता हूँ। अभी मैं बिल जी कुछ टिप्पणियों को पुनः दोहरा रहा हूँ जो शायद अभी भी ठीक नही हुई:
  • बिल जी की पाँचवी टिप्पणी है:- "भूमिका केवल इनकी कविताओं के बारे में बताती है, जबकि प्रथम वाक्य के अनुसार ये लेखिका भी थीं। इनके लेखन का वर्णन करें।"
मुझे लगता है यह अभी भी ठीक नहीं हुआ। भूमिका में दूसरा वाक्य का प्रथम भाग "बाल कहानियाँ लिखीं, किन्तु..." पढ़ने पर लगता है कि इससे जुड़ी आगे की पंक्ति कोई नकारात्मक तथ्य देगी लेकिन इससे जुड़ी आगे की पंक्ति भी सकारात्मक अर्थ देती है। इस अवस्था में किन्तु शब्द अपना महत्व खो देता है। इससे अच्छा होगा कि इन दोनों पंक्तियों को किन्तु से जोड़ने के स्थान पर अलग-अलग कर दिया जाये। भूमिका में एक पंक्ति उनकी लेखन शैली का वर्णन नहीं किया गया। कविता लिखना लेखन शैली का पूर्ण अर्थ नहीं देता। जैसे कुमार विश्वास भी कवितायें लिखते हैं लेकिन उनकी अधिकतर कवितायें प्रेम रस की होती हैं। कुछ हास्य कवि होते हैं। इस तरह से शैली में सम्बंधित विधा का पूर्ण अर्थ होना चाहिए।
  • ज्ञानसन्दूक में प्रभावकर्ता का जिक्र है जबकि लेख में कहीं भी नहीं।
आपने प्रभाव कर्ता का वर्णन अब उनके 'प्रारम्भिक जीवन और शिक्षा' अनुभाग में तो कर दिया लेकिन वो इन प्रभावकारी हस्थियों से किस तरह प्रभावित हुईं, इसका वर्णन नहीं लिखा। यदि इसका थोड़ा सा भी वर्णन आता है तो प्रभाव स्पष्ट हो जाता है।
  • केवल कविताओ का जिक्र है, तो ये लेखिका कैसे बनीं? – आपका उत्तर: "संदर्भ संख्या 3 का अवलोकन करें, उन्हें "A prolific writer" कहा गया है।"
निर्वाचित लेख को ऐसा उत्तर शोभा नहीं देता। सन्दर्भ केवल तथ्यों की पुष्टि के लिए हैं। यदि मुझे सन्दर्भ से ही खोजकर पुष्टि करनी होती तो मैं विकिपीडिया पर कुछ भी क्यों पढ़ूँ? विकिपीडिया पर विषय की जानकारी क्यों लिखी जाती है? इसे एक सन्दर्भ संग्रह ही बनाया जा सकता है। यदि किसी को कोई जानकारी चाहिए तो सम्बंधित सन्दर्भ पर जाये और जाँच ले।
इसके अतिरिक्त मैं एक टिप्पणी ओर जोड़ रहा हूँ: कृपया अवतरण चिन्हों का अत्यधिक मात्रा में प्रयोग न करें। आपने कुछ विशिष्ट तथ्यों को दर्शाने के लिए अवतरण चिह्न का प्रयोग किया है। यदि तथ्य इतने ही महत्वपूर्ण हैं तो इन्हें लाल कड़ी के रूप में भी रखा जा सकता है और समय मिलने पर एक लघु पृष्ठ बनाया जा सकता है।
लेख को महादेवी वर्मा नामक लेख से तुलना करके देखें। चूँकि वह पृष्ठ वर्षों पहले उस अवस्था में निर्वाचित हुआ था अतः इस पृष्ठ की सुन्दरता उससे भी कहीं अधिक होनी आवश्यक है। मुझे न ही तो विषय की जानकारी है और न ही इसे सुधारने के लिए मेरे पास पर्याप्त स्रोत हैं अतः मैं सामग्री जोड़ने और हटाने में आपकी सहायता शायद नहीं कर पाउँगा। इसके लिए क्षमा चाहता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:46, 24 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@संजीव कुमार:जी, आपके आदेशानुसार उपरोक्त त्रुटियों को सुधार दिया गया है। यहाँ मैं एक बात कहना चाहूंगी कि बेहतर की कोई सीमा नही होती। मैं मलयालम भाषी नही हूँ फिर भी मैंने मलयालम भाषा की लेखिका पर हिन्दी में एक श्रेष्ठ लेख देने की कोशिश की है। मेरी योजना थी कि इसी प्रकार अन्य भाषाओं के साहित्य और साहित्यकार से हिन्दी भाषियों को परिचित कराऊँ, किन्तु निर्वाचित लेख परख के नाम पर जिसप्रकार की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, मुझे नहीं लगता कि कोई और सदस्य ऐसा करने की जोखिम उठाएगा। तमाम साधन और सूचना की न्यूनता के बावजूद मैं लक्ष्य तक पहुँचने में सफल रही हूँ यह मेरे लिए कम संतोष की बात नहीं है। आप चाहें तो इस लेख की तुलना अँग्रेजी और मलयालम भाषा के विकि पर उल्लिखित लेख से कर सकते हैं। आपको मेरे परिश्रम का अनुमान स्वत: लग जाएगा। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 08:09, 3 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@Mala chaubey: यदि आपको लगता है कि मैंने आपको आदेश दिया था तो क्षमा चाहता हूँ। मैं आपके द्वारा नामांकित (निर्वाचन के लिए) किसी भी पृष्ठ पर टिप्पणी नहीं करुंगा। मैंने केवल टिप्पणियों की व्यख्या की थी। आप अंग्रेज़ी विकि के पृष्ठ से तुलना करने को कह रहे हो वो तर्क अर्थहीन है क्योंकि अंग्रेज़ी में यह एक सामान्य पृष्ठ है। आपकी मेहनत के बारे में मुझे कोई सन्देह नहीं है और मैं जानता हूँ पृष्ठ को सुन्दर बनाने में कितनी मेहनत करनी पड़ती है। आज तक मैं केवल दो ही पृष्ठों को इस योग्य बना पाया हूँ और वो भी ऐसे दो पृष्ठ जिनकी सामग्री मेरे पास पर्याप्त मात्रा में थी और मैं उनके विषय में काफी ज्ञान रखता हूँ। अब आप किसी भी पृष्ठ को इस आधार पर निर्वाचित नहीं करवा सकते कि आपके पास उसकी अधिक जानकारी नहीं है। मैंने यहाँ केवल बिल जी की टिप्पणियों को खोलकर लिखने का प्रयास किया था अन्यथा मैं मेरा निर्णय पहले ही दे चुका हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:01, 3 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@संजीव कुमार:जी, शायद भ्रम हुआ है आपको। मैं न तो विल जी और न आपके किसी सुझाव का बुरा मानती हूँ। मेरे कहने का अभिप्राय शायद आप नही समझ पाये। सुझाव देने वाले हमेशा श्रद्धेय होते हैं। इसलिए आत्मसात करने वालों हेतु उनका सुझाव आदेश की तरह होता है। ऐसा कहकर आप मुझे शर्मिंदा न करें कि मेरे द्वारा नामांकित (निर्वाचन के लिए) किसी भी पृष्ठ पर आप टिप्पणी नहीं करेंगे। मैंने इस लेख को पूरी तरह से नया स्वरूप दे दिया है। यदि आप इसके परिणाम में भागीदार बन सके तो मुझे बेहद खुशी होगी। यदि मेरी उपरोक्त टिप्पणी से आप आहत हुये हों तो क्षमा कीजिएगा। मेरा आशय आपको आहत करने का नाही था।--माला चौबेवार्ता 13:25, 4 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

लेख का परख[संपादित करें]

इस लेख की समीक्षा हेतु कुछ प्रारम्भिक टिप्पणियाँ लिख रहा हूँ। सभी टिप्पणियाँ अनुभाग सहित लिख रहा हूँ जिससे चर्चा को आगे बढ़ाने में आसानी रहे।

कुछ विशिष्ट टिप्पणियाँ
  1. लेख में अत्यधिक मात्रा में विकिलिंक न करें। उदाहरण के लिए एन॰ नारायण मेनन को भूमिका में ही दो बार लिंक किया जा चुका है जबकि एक बार लिंक किया हुआ शब्द लेख में कहीं भी दोबारा लिंक नहीं होना चाहिए।
  2. लेख में (भूमिका सहित) अवतरण चिह्नों (इकहरा अवतरण चिह्न => 'पाठ'; पूर्ण अवतरण चिह्न => "पाठ"; इसे उद्धरण चिह्न भी कहते हैं।) का बाहुल्यता के साथ उपयोग किया गया है। इतनी बहुलता से अवतरण चिह्न का प्रयोग करने का औचित्य क्या है?

भूमिका[संपादित करें]

  1. लेख में "मलयालम्" और "मलयालम" वर्तनियाँ प्रयुक्त हैं। सही वर्तनी का और समानता से प्रयोग किया जाये।
  2. अम्मा का काव्यसाम्राज्य मातृत्व का दिव्य प्रपंच है। वाक्य का अर्थ क्या है? प्रपंच शब्द किसी अन्य अर्थ की ओर इंगित करता है, यदि मैं गलत हूँ तो मुझे कृपया इसे स्पष्ट करें।
  3. अपने मामा से प्राप्त प्रेरणा उन्हें एक कुशल... वाक्य कुछ अधुरा सा लगता है।
  4. ......वर्ष 1984 में नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित भी हुई थीं। नोबेल के लिए नामांकन किसका हुआ था? अम्मा का अथवा उनकी माँ का? वाक्य में स्पष्ट नहीं हो रहा।

प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा[संपादित करें]

  1. नालापत को अवतरण चिह्न में रखा गया है। क्यों?
  2. इस लेख में एक पुस्तक का सन्दर्भ दिया गया है लेकिन पृष्ठ संख्या का उल्लेख नहीं है। सन्दर्भ जाँचने के लिए पृष्ठ संख्या देना अच्छा रहता है। यदि सम्भव हो तो कृपया पृष्ठ संख्या उपलब्ध करवायें।

व्यक्तिगत जीवन[संपादित करें]

  1. लेख के विभिन्न सन्दर्भों में भी "मातृभूमि" नामक समाचार पत्र की कड़ियों को काम में लिया गया है और लेख में भी इसकी चर्चा है। यदि यह समाचार पत्र इतना उल्लेखनीय है तो इसे विकिलिंक क्यों नहीं किया गया?
  2. ..... साथ कोलकाता छोड़ दिया। वो कोलकाता कब गईं? यहाँ तक की चर्चा में तो उनका जन्म केरल में हुआ था और उनका ससुराल कहाँ था इसका कोई उल्लेख नहीं है!

साहित्यिक जीवन[संपादित करें]

  • अनुभाग के अधिकतर भाग केवल एक ही सन्दर्भ पर निर्भर हैं। ऐसी अवस्था में लेख की विश्वसनीयता कम हो जाती है और यह एक ही स्रोत पर आधारित लेख दिखाई देने लगता है।

आगे की समीक्षा जारी रहेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:03, 7 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

उपरोक्त अनुभाग के उत्तर[संपादित करें]

@संजीव कुमार:जी, आपके प्रश्नों का क्रमवार उत्तर निम्न है:
माला जी, अभी भी कुछ इनलाइन प्रश्न लिख रहा हूँ और इस बार मेरी टिप्पणियों के पहले लगा विशेष अक्षर (यहाँ पर ना१ ले रहा हूँ) लाल अक्षरों में है जिससे मेरी टिप्पणी पहचानने में सरलता रहे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:17, 16 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
कुछ विशिष्ट टिप्पणियाँ
  1. मैंने कई बार अवलोकन किया, मुझे तो भूमिका में एन॰ नारायण मेनन दो बार लिंक किया हुआ नही मिला। यदि आपका संकेत वी॰ नारायण मेनन की ओर है तो यहाँ मैं स्पष्ट कर देना चाहती हूँ कि दोनों अलग-अलग व्यक्ति हैं।
    • ना१ शायद मैंने ही देखने में गलती की थी। भूमिका में दो बार विकि-लिंक नहीं हुआ। हाँ बाद में पंक्ति "इस प्रकार अम्मा अपने साहित्यिक जीवन..." में विकिलिंक हुआ है लेकिन इतना तो चल जाता है।
  2. जहां आवश्यक समझा गया है, वहीं अवतरण चिन्हों का प्रयोग हुआ है, जबतक आप संकेत नही देंगे मैं हटाने का मोहवरण कैसे त्याग पाऊँगी?
    • ना१ इनकी बहुलता इतनी अधिक है कि मुझे यह समझने में भी समस्या आ रही है कि इनका विवरण यहाँ करूँ या आराम से बैठकर स्वयं ही सुधार करूँ। लेकिन स्वयं सुधार करने में समस्या यह रहती है कि कहीं इनका उद्देश्य कुछ विशिष्ट हो जिसे मैं समझ नहीं पा रहा हूँ। यथा, कुछ उदाहरण दे रहा हूँ:
    1. उनकी प्रमुख कृतियों में 'अम्मा', 'मुथास्सी', 'मज़्हुवींट कथा'..... यहाँ विकि-लिंक होते हुये भी इकहरे अवतरण चिह्न हैं।
    2. अपनी आत्मकथा ‘माई स्टोरी’..... पुनः विकि-लिंक होते हुये अवतरण चिह्न।
    3. ...और 'एज्हुथाचन पुरस्कार' सहित कई उल्लेखनीय पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए। यहाँ केवल एक पुरस्कार पर अवतरण चिह्न है जबकि अन्यों पर नहीं अर्थात इस एक पुरस्कार का महत्व अन्य पुरस्कारों से कहीं अधिक है। लेकिन कैसे? इसका उल्लेख भी लेख में कहीं नहीं है।
    • ना१इस तरह की झलक पूरे लेख में मिल रही है। मैंने केवल भूमिका से कुछ उदाहरण दिये हैं।

@संजीव कुमार:जी, आपको पूरी छूट है, लेख से अनावश्यक अवतरण चिन्ह को हटा दें। वैसे मैंने 'अम्मा', 'मुथास्सी', 'मज़्हुवींट कथा' और 'एज्हुथाचन पुरस्कार' से हटा भी दिये हैं।--माला चौबेवार्ता 06:58, 17 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

भूमिका[संपादित करें]

  1. लेख में "मलयालम्" और "मलयालम" वर्तनियाँ सुधार दी गई हैं।
    • ना१ अभी ठीक लग रहा है।
  2. 'अम्मा का काव्यसाम्राज्य मातृत्व का दिव्य प्रपंच है।' पूरा वाक्य ही हटा दिया गया है, क्योंकि यह पंक्ति आवश्यक प्रतीत नही हो रही है।
  3. इस वाक्य को 'अपने मामा से प्राप्त प्रेरणा ने उन्हें एक कुशल कवयित्री बनने में मदद की।' कर दिया गया है।
    • ना१ अभी वाक्य तो समझ में आ रहा है लेकिन इसी क्रम में लिखे तीन वाक्य लगभग एक ही अर्थ देते हैं। मुझे इन तीन वाक्यों का एक साथ भूमिका में होने का कारण समझ में नहीं आ रहा हाँ ये तीनों वाक्य लेख के किसी अनुभाग में एकसाथ हो सकते हैं।

@संजीव कुमार:जी, भूमिका को काफी छोटा कर दिया गया है। एक बार अवलोकन कर लें।--माला चौबेवार्ता 06:58, 17 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

  1. उनकी सुपुत्री कमला मलयालम भाषा में माधवी कुटटी के नाम से लिखती थीं और उन्हें वर्ष 1984 में नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया गया था। इस वाक्य में अल्प सुधारकर स्पष्ट कर दिया गया है।
    • ना१ उनकी सुपुत्री कमला का भूमिका में उल्लेख करना समझ में आता है लेकिन इतना विस्तार भूमिका में क्यों?

@संजीव कुमार:जी,कमला मलयालम भाषा में माधवी कुटटी के नाम से लिखती थीं और उन्हें वर्ष 1984 में नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया गया था। इस वाक्य को व्यक्तिगत जीवन में अंकित कर दिया गया है।--माला चौबेवार्ता 06:58, 17 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा[संपादित करें]

  1. भूलवश नालापत को अवतरण चिह्न में रखा गया था, जिसे हटा दिया गया है।
  2. पुस्तक के संदर्भ में पृष्ठ संख्या अंकित कर दिया गया है।
    • ना१ शायद समझने में कुछ भूल हुई है। मुझे सन्दर्भ संख्या ६ निम्न प्रकार दिखाई दे रहा है: "टंडन, विशण नारायण. "सरस्वती सम्मान, पुरस्कृत रचनाकार का वक्तव्य". अभिगमन तिथि: 6 जून 2014." अर्थात {{cite book}} का page नामक प्राचल काम में नहीं लिया गया। यहाँ पृष्ठ संख्या तभी दिखाई देती है जब page नामक प्राचल को जोड़ा गया हो।

व्यक्तिगत जीवन[संपादित करें]

  1. "मातृभूमि" को विकिलिंक कर दिया गया है।
    • ना१ यहाँ मातृभूमि नामक किसी समाचार पत्र से विकि-लिंक नहीं किया गया। हाँ जिस पृष्ठ से विकि-लिंक किया गया है वो मातृभूमि शब्द की व्याख्या जरूर करता है।

@संजीव कुमार:जी, मातृभूमि के लिंक को सुधार दिया गया है।--माला चौबेवार्ता 06:58, 17 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

  1. ..... साथ कोलकाता छोड़ दिया। इन पंक्तियों को सुधार दिया गया है।
    • ना१ अभी उनकी कोलकाता जाने की कहानी तो समझ में आती है लेकिन यहाँ पर या तो कोई सन्दर्भ नहीं दिया गया। सन्दर्भ संख्या ७ में दी गई पुस्तक में बा॰अ॰ के विवाह और दांपत्य का अल्प विवरण जरूर है लेकिन पूरी बात नहीं है। अर्थात यहाँ सन्दर्भ की आवश्यकता है।

साहित्यिक जीवन[संपादित करें]

  1. इस अनुभाग में मुख्यत: 13 से 17 तक पाँच महत्वपूर्ण संदर्भ है और कुल आठ संदर्भ दिये गए हैं। मुझे इसमें कहीं भी भ्रम की स्थिति नही दिख रही है। इस अनुभाग में कई महत्वपूर्ण लेखकों के उद्धरण भी शामिल है जो लेख की विश्वसनीयता को नए आयाम देते हैं।
    • ना१ मैं भी स्वीकार करता हूँ कि सन्दर्भ १३ से १७ इसी अनुभाग में हैं लेकिन इसी अनुभाग में प्रथम तीन अनुच्छेद केवल सन्दर्भ संख्या ६ पर निर्भर हैं जिसमें पुस्तक की पृष्ठ संख्याओं का उल्लेख भी नहीं है। उनके सन्दर्भ में आपके क्या विचार हैं? यदि आपको एक ही पुस्तक के अलग-अलग पृष्ठों के सन्दर्भ बार-बार देने हों तो १ − २ + ३ − ४ + · · · की भाँति सन्दर्भों को एक अलग अनुभाग में लिखकर उसके केवल नाम से पृष्ठ संख्या बताते हुये सन्दर्भ दे सकते हो।

आपके महत्वपूर्ण सुझाव व जिज्ञाषाओं के लिए धन्यवाद। यदि कोई और सुझाव हो तो अवश्य देवें। आपका पुन: आभार।--माला चौबेवार्ता 09:41, 10 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

हिंदुस्थान वासी की टिप्पणियाँ[संपादित करें]

माला जी, मैं इस लेख के निर्वाचित होने में सहयोग करना चाह रहा हूँ। उम्मीद है आप बुरा नहीं मानेगी।

  • भूमिका में - सर्वाधिक प्रतिभावान, यहाँ पर "सर्वाधिक" अतिरंजित शब्दावली (en:wp:PEACOCK) है। "प्रतिभावान" के लिये स्रोत होना चाहिये।
  • अम्मा ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। फलत: वात्सल्य, ममता, मानवता के कोमल भाव की कवयित्री के रूप में विख्यात अम्मा ने तत्कालीन समाज के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली भी दृष्टि देने की कोशिश की। तीस के दशक की उनकी कविताओं में देशभक्ति, गाँधी का प्रभाव और स्वतंत्रता की चाह स्पष्ट परिलक्षित होती है।, मूल शोध और व्यक्तिगत विचार लग रहे है। इनके लिये स्रोत तो होना ही चाहिये साथ में कुछ भारी शब्द भी कम करने चाहिये।
  • साहित्यिक जीवन अनुभाग - लगभग पूरा का पूरा एक प्राथमिक स्रोत पर आधारित है यानि उनके द्वारा कही गई बातों पर। किसी साहित्यकार का जीवन की बाते सेकेंडरी स्रोतों पर आधारित होनी चाहिये। इससे ये सारा अनुभाग उनका या इस लेख के लेखक के विचार बन गए है। हमे विशेषज्ञों के विचार जानने है।--पीयूषवार्ता 14:06, 8 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
@हिंदुस्थान वासी: लम्बे समय तक माला जी के उपयुक्त सम्पादन न करने के कारण मैंने आपके प्रश्नों के प्रत्युत्तर में कुछ सम्पादन किये हैं। यदि आपकी और टिप्पणियाँ जल्दी ही मिलेंगी तो हमें इसमें आगे बढ़ने में सफलता मिलेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:10, 16 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]